पेंटागन ने कहा- काबुल एयरपोर्ट पर अटैक एक ही सुसाइड बॉम्बर ने किया था
- अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के गेट पर विस्फोट का मामला
- पेंटागन ने कहा- अटैक एक ही सुसाइड बॉम्बर ने किया था
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के गेट पर गुरुवार को हुआ विस्फोट एक आत्मघाती हमलावर ने किया था, न कि दो ने। पेंटागन ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम टेलर ने रॉयटर्स से कहा, "मैं आपके लिए पुष्टि कर सकता हूं कि हमें विश्वास नहीं है कि बैरन होटल में या उसके पास दूसरा विस्फोट हुआ था, केवल एक सुसाइड बॉम्बर था।"
उधर, अमेरिका का कहना है कि विदेशी सैनिकों के जाने की मंगलवार की समय सीमा से पहले आईएसआईएस और हमलों के प्रयास कर सकता है। यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि अमेरिकी कमांडर इस्लामिक स्टेट के और हमलों पर नजर रख रहे हैं, जिनमें एयरपोर्ट को निशाना बनाने वाले संभावित रॉकेट या कार बम शामिल हैं।
इस बीच, रूस ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए घातक हमले के बाद अफगानिस्तान में एक समावेशी अंतरिम सरकार बनाने में मदद करने के लिए तेजी से प्रयास करने का आह्वान किया। रशिया ने कहा कि इस्लामिक स्टेट देश में अराजकता को भुनाने और सभी को खतरे में डालने की कोशिश कर रहा है। रूस ने कहा कि उसकी इंटेलिजेंस सर्विस चौबीसों घंटे काम कर कर रही है।
पूर्व सोवियत मध्य एशिया में अपने सहयोगियों के क्षेत्र में किसी भी तरह के फैलाव को रोकने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही थीं, जिसे क्रेमलिन अपने दक्षिणी रक्षात्मक हिस्से के हिस्से के रूप में देखता है।
काबुल में गुरुवार को हुए विस्फोटों में कम से कम 110 लोग मारे गए और 150 से अधिक घायल हो गए। गुरुवार शाम भीड़भाड़ वाले काबुल हवाई अड्डे के बाहर से कई विस्फोटों की सूचना मिली थी। काबुल हवाईअड्डे पर हुए विस्फोटों में मारे गए लोगों में 13 अमेरिकी सैनिक भी थे। काबुल हवाईअड्डे के बाहर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। संगठन ने एक आत्मघाती हमलावर की तस्वीर भी जारी की।
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- "हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे और आपके किए की सजा देंगे। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।" उन्होंने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों में अब तक तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत का कोई सबूत नहीं है।
Created On :   27 Aug 2021 9:44 PM IST