पाकिस्तान: देशभर में बढ़े जुर्माने पर ट्रांस्पोर्टरों की हड़ताल, सरकार ने लिया 'यू टर्न'
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- संघीय मंत्रिमंडल ने ट्रैफिक उल्लंघन के जुर्माने में भारी बढ़ोतरी की थी
- सरकार ने जुर्माना बढ़ाने के अपने फैसले पर रोक लगाई
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने में भारी बढ़ोतरी के खिलाफ गुरुवार को ट्रांस्पोर्टरों ने हड़ताल की। यह हड़ताल कामयाब रही। पाकिस्तान सरकार ने ट्रांस्पोर्टरों की मांगों को मानते हुए बढ़े हुए जुर्माने पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। बता दें कि जुर्माने पर अस्थायी रोक लगाने का ऐलान संघीय मंत्री मुराद सईद ने किया।
बढ़े जुर्माने के खिलाफ ट्रांस्पोर्टरों ने हड़ताल की तो माल ढुलाई पड़े पैमाने पर प्रभावित हुई। इतना ही नहीं, देशभर में निजी बसों के न चलने से रोज के आम मुसाफिरों को भी काफी परेशान होना पड़ा। हड़ताल के दौरान देशभर के बस स्टाप्स में आम लोगों की भीड़ भी देखी गई। मुसाफिरों ने कहा कि सरकार की अयोग्यता के कारण उन्हें हड़ताल के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
ट्रांस्पोर्टरों ने क्या कहा
पाकिस्तान की उर्दू-भाषी एक्सप्रेस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक बढ़े हुए जुर्माने पर ट्रांस्पोर्टरों ने बताया कि सरकार की तरफ से बिना वजह थोपे गए भारी भरकम जुर्मानों की वजह से उन्हें बहुत आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था और इसी के साथ अलग से टैक्स की मार भी पड़ रही है।
नवंबर में बढ़ाया गया था जुर्माना
बता दें कि पाकिस्तान के संघीय मंत्रिमंडल ने नवंबर 2019 में नेश्नल हाईवेज और मोटर मार्गों पर जुर्माना में भारी वृद्धि के लिए मंजूरी दी थी। इसमें ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले मोटरबाइकर्स के लिए 1,500 रुपए, कार चालकों के लिए 2,500 रुपए, ट्रकों के लिए 5,000 रुपए और सार्वजनिक सेवा वाहनों के लिए 10,000 रुपए जुर्माना तय किया गया था। इस दौरान नेश्नल हाईवे एंड मोटरवे के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल का कहना था कि अधिक जुर्माना देने से लोग डरते हैं और वे ट्रैफिक नियमों का पालन भी करते हैं, जिससे सड़क हादसे कम होते हैं।
Created On :   2 Jan 2020 7:55 PM IST