नासा ने मंगल जैसे वातावरण में एक साल तक रहने के लिए आवेदन आमंत्रित किए
- इसमें मंगल ग्रह के जैसा वातावरण है
- नासा ने एक इमारत में 1
- 700 वर्ग फुट में 3डी-प्रिंटर से मार्स ड्यून अल्फा तैयार किया है
- नासा ने मंगल ग्रह जैसे वातावरण में एक साल तक रहने के लिए आवेदन आमंत्रित किए
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह जैसे वातावरण में एक साल तक रहने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। नासा ने ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर की एक इमारत के अंदर 1,700 वर्ग फुट में 3डी-प्रिंटर से मार्स ड्यून अल्फा तैयार किया है। इसमें मंगल ग्रह के जैसा वातावरण है। नासा की ओर से मंगाए गए आवेदनों में से चार को सेलेक्ट किया जाएगा। नासा इसके जरिए भविष्य के मिशनों लिए इन लोगों को तैयार करना चाहता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा, "नासा स्टडी करेगा कि मंगल जैसे कठिन वातावरण में लोग कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। मार्स पर जो चुनौतियां सामने आ सकती है उसे भी यहां क्रिएट किया जाएगा। इमें रिसोर्स लिमिटेशन, इक्विपमेंट फेलियर, कम्युनिकेशन डिले और अन्य पर्यावणीय चुनौतियां शामिल है। मार्स ड्यून में क्रू को जो टास्क दिए जाएंगे उनमें सिम्युलेटेड स्पेसवॉक, साइंटफिक रिसर्च, वर्चुअल रिएल्टी और रोबोटिक कंट्रोल का उपयोग और संचार का आदान-प्रदान शामिल हो सकता है। इसके रिजल्ट वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेंगे जो सॉल्यूशन्स को डेवलप करने में भूमिका निभाएंगे।
नासा तीन मिशनों की योजना बना रहा है, जिन्हें क्रू हेल्थ एंड परफॉर्मेंस एक्सप्लोरेशन एनालॉग के रूप में जाना जाता है। पहला मिशन अगले साल (1 सितंबर से 30 नवंबर) में शुरू होगा। ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में नासा के नासा एडवांस फूड टेक्नोलॉजी रिसर्च एफर्ट के प्रमुख वैज्ञानिक ग्रेस डगलस ने कहा, "मंगल ग्रह की सतह पर रहने की जटिल जरूरतों को पूरा करने के समाधानों के परीक्षण के लिए एनालॉग महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा, "पृथ्वी पर सिमुलेशन हमें अंतरिक्ष यात्रियों को जाने से पहले सामना करने वाली शारीरिक और मानसिक चुनौतियों को समझने और उनका मुकाबला करने में मदद करेगा।"
नासा की ओर से मंगाए गए आवेदन केवल अमेरिकी नागरिकों या 30-55 आयु वर्ग के स्थायी निवासियों के लिए है। चयन के अन्य मानदंडों में अंग्रेजी में दक्षता, अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य और धूम्रपान न करने की आदत शामिल है।
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की बात करें तो किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से STEM क्षेत्र जैसे इंजीनियरिंग, गणित, या जैविक, भौतिक या कंप्यूटर विज्ञान में मास्टर डिग्री आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, जिन उम्मीदवारों ने एसटीईएम में डॉक्टोरल प्रोग्राम में दो साल का वर्क पूरा कर लिया है, या मेडिकल डिग्री पूरी कर ली है, या टेस्ट पायलट प्रोग्राम को भी कंसिडर किया जाएगा।
नासा के बयान में कहा गया है कि चार साल के पेशेवर अनुभव के साथ, मिलिट्री ऑफिसर ट्रेनिंग या एसटीईएम क्षेत्र में बैचलर ऑफ साइंस पूरा करने वाले आवेदकों पर विचार किया जा सकता है।
Calling all Martians! @NASA is recruiting four crew members for a year-long mission that will simulate life on a distant world, living in “Mars Dune Alpha,” a 3D-printed habitat. Want to take part in research for the first human Mars mission?
— NASA Mars (@NASAMars) August 6, 2021
Learn more! https://t.co/v3dL7qzRk9 pic.twitter.com/k5sviRXvtV
Created On :   8 Aug 2021 4:48 PM IST