एवरेस्ट पर सेल्फी लेने की मची होड़, दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को बना दिया चिड़ियाघर
डिजिटल डेस्क, काठमांडू। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट इन दिनों चिड़ियाघर में तब्दील हो गया है। एवरेस्ट की चोटी पर पर्वतारोही बड़ी संख्या में जा रहे हैं, जिससे वहां जाम की स्थिति निर्मित हो गई है। चढ़ाई करने वालों में अधिकतर लोग न ही प्रोफेशनल पर्वातारोही हैं और न ही उन्होंने इससे पहले कभी ऐसा अनुभव लिया है।
चढ़ाई करने वालों में ज्यादातर वो लोग शामिल हैं, जिन्हें माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर सेल्फी लेनी है और फिर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करना है। एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिहाज से ये समय काफी घातक सिद्ध हो रहा है। अब तक 10 से ज्यादा पर्वतारोहियों की चढ़ाई करते समय जान जा चुकी है। अनुभवी पर्वतारोहियों का कहना है कि एडवेंचर कंपनियां बिना प्रशिक्षण के ही लोगों को सीधे माउंटेन पर भेज रही हैं, उनके लिए किसी तरह के कोई नियम नहीं हैं।
अप्रशिक्षित लोग खुद के अलावा दूसरे पर्वातारोहियों के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं। नेपाल की सरकार लोगों से ज्यादा से ज्यादा डॉलर कमाना चाहती है, इसलिए बड़ी संख्या में परमिट जारी किए जा रहे हैं। दरअसल, 29000 फीट की ऊंचाई पर अनियंत्रिण भीड़ जमा हो गई है। हजारों लोग माउंट एवरेस्ट पर जाना चाह रहे हैं।
आपको बता दें कि माउंटेन पर जाकर वापस आने में एक घंटे की भी देरी होने पर भी लोगों कि मौत हो जाती है। पर्वतारोहियों को ऑक्सीजन के सिलेंडर लेकर जाना होता है, लेकिन इसके साथ समय की भी बाध्यता होती है। कुछ लोगों की मौत इसलिए भी हुई है क्योंकि आखिर के एक हजार फीट पर लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है, जिसके कारण नीचे आने से पहले ही ऑक्सीजन खत्म हो जाती है। इसके अलावा कुछ ऐसे लोग भी माउंटेन पर चढ़ रहे हैं, जो फिट नहीं हैं।
Nepal: 5000 kg garbage collected from Mount Everest by a clean-up team deployed by Nepali authorities with the help of Nepal Army since 14th April. Dandu Raj Ghimire, DG Department of Tourism Nepal says, "A total of 5000 kg waste has been collected in our operations so far" (8.5) pic.twitter.com/O5mXfeVY60
— ANI (@ANI) May 9, 2019
Created On :   27 May 2019 3:18 PM GMT