मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान में नहीं, पाकिस्तान में: तालिबान
- औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा
काबुल, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का पता लगाने, रिपोर्ट करने और गिरफ्तार करने के लिए काबुल को लिखे गए पाकिस्तान के पत्र के बाद तालिबान सरकार ने बुधवार को अफगानिस्तान में उसकी मौजूदगी से इनकार किया।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने मंगलवार को काबुल को पत्र लिखकर भारत में मोस्ट वांटेड संयुक्त राष्ट्र के वांछित आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए कहा, जिसमें कहा गया था कि वह तालिबान के नेतृत्व वाले देश में कहीं छिपा है।
पत्र में पाकिस्तान ने लिखा है कि अजहर संभवत: दो अलग-अलग अफगान प्रांतों- नंगरहार और कुनार में रह रहा था।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन का प्रमुख अफगानिस्तान में नहीं है, बल्कि पाकिस्तान में है।
इस्लामाबाद ने पाकिस्तान में जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के शासन के दौरान 14 जनवरी, 2002 को आतंकवाद के आरोपों में जैश-ए-मोहम्मद पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया था।
जेईएम पर 17 साल के प्रतिबंध के बाद, आंतरिक मंत्रालय - विश्वसनीय खुफिया जानकारी प्राप्त करने के बाद - 10 मई, 2019 को अल-रहमत ट्रस्ट, बहावलपुर और अल-फुरकान ट्रस्ट, कराची नामक दो और संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार,जैश प्रमुख अजहर एक संदिग्ध आतंकवादी होने के कारण आतंकवाद विरोधी अधिनियम 1999 की अनुसूची 4 का भी हिस्सा बना रहा। उसने कथित तौर पर विभिन्न स्थानों पर कई आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाई है।
आरएचए/एएनएम
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Created On :   14 Sept 2022 11:00 PM IST