जवाबी हमले में मास्टरमाइंड के मारे जाने खबर, ISIS के ठिकाने पर किया था हमला
- 36 घंटे के अंदर अमेरिका का जवाबी हमला
डिजिटल डेस्क, अफगानिस्तान। अमेरिका ने शनिवार को ISIS के ठिकानों पर ड्रोन हमला किया। बता दें कि अमेरिका ने काबुल एयर पोर्ट पर हुए डबल सिलसिलेवार बम धमाकों के 48 घंटे से भी कम समय में जवाबी कार्रवाई की है। जिसमें दावा किया है कि इस्लामिक स्टेट के साजिशकर्ता को मार गिराया गया है। ये कार्रवाई तब की गई है जब जो बाइडेन ने चेतावनी देते हुए कहा था कि किसी भी आतंकी को नहीं बख्शा जाएगा और सभी को ढूंढ- ढूंढकर मारा जाएगा।
अमेरिका ने एक और आतंकी हमले की आशंका जताई
काबुल एयर पोर्ट पर हुए आत्मघाती बम धमाकों में 169 लोगोx की मौत हो गई थी। इस आतंकी हमले में 13 अमेरिकी सैनिक भी मारे गये थे। इस्लामिक स्टेट "खुरासान" ने इन बम धमाकों की जिम्मेदारी ली थी। वहीं अमेरिका एक और आतंकी हमले की आशंका जता चुका है और अपने नागरिकों से तत्काल वहां से निकलने का आग्रह किया है।
अमेरिकी सेना ने ड्रोन हमले नांगर प्रांत में किए हैं। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अमेरिकी नागरिकों को हवाई अड्डे पर अलग-अलग गेट्स से तत्काल निकलने के लिए कहा गया है।
अमेरिका ने जारी किया बयान- आपरेशन सफल रहा
काबुल ब्लास्ट के जवाब में अमेरिकी सेना ने IS आतंकियों के खिलाफ एयरस्ट्राइक की है. अमेरिका ने औपचारिक ऐलान भी कर दिया है. जारी बयान में कहा गया है कि शुरुआती इनपुट से पता चलता है कि हमने टारगेट को मार दिया है. किसी भी आम नागरिक की जान नहीं गई है. यूएस सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने बयान जारी किया, ‘अमेरिकी सैन्य बलों ने एक ISIS-K मास्टर माइंड के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया. यह मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में हुआ. शुरुआती संकेत मिले हैं कि हमने टारगेट व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. हमारे पास किसी भी असैन्य व्यक्ति के न मारे जाने की जानकारी है.
अमरुल्लाह सालेह ने ट्विट कर दुनिया से कीअपील
अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर पूरी दुनिया से आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की अपील है. काबुल हमले के बाद उन्होंने जोर देकर कहा है कि अब उस एयरपोर्ट की पहचान "मानवता के अपमान" के तौर पर नहीं होनी चाहिए. पूरी दुनिया अगर एक साथ आ जाए तो किसी भी ताकत को हराया जा सकता है. हारने वाली मानसिकता को त्यागना होगा. हमे मानसिक रूप से नहीं मरना है.
The world must not bow to terrorism. Let"s not allow Kabul airport to be the site for humiliation of humanity "rules based world order". Let"s believe in our collective effort and energy. Defeatist psyche puts you under risk more than terrorists. Don"t die psychologically. https://t.co/pVOeheQAKp
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 27, 2021
Created On :   28 Aug 2021 6:31 AM GMT