श्रीलंका की तरह इराक में प्रर्दशनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर जमाया कब्जा, प्रदर्शन के दौरान इतने लोगों की मौत, देखें तस्वीरें
- इराक में सियासी संकट के बीच भारी हंगामा
डिजिटल डेस्क, बगदाद। दुनियाभर के कई देशों में इन दिनों उथल-पुथल जारी है। हाल ही में श्रीलंका में आर्थिक संकट की वजह से जनता ने उग्र प्रदर्शन किया था और राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा जमा लिया था, जिसके बाद जान बचाकर राष्ट्रपति को भागना पड़ा था। कुछ ऐसा ही सियासी बवाल इराक में देखने को मिल रहा है। यहां पर भी राजनीतिक अस्थिरता की आशंका है। खबरों के मुताबिक, इराक के दिग्गज शिया धर्मगुरू मुक्तदा अल-सदर ने राजनीतिक संन्यास लेने की घोषणा की तो उनके समर्थक काफी उग्र हो गए और हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए।
इराक की राजधानी बगदाद में भारी भीड़ उमड़ पड़ी और देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए। इसी बीच बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा जमा लिया है और श्रीलंका की तरह ही राष्ट्रपति भवन के अंदर लोग स्विमिंग पूल का लुत्फ उठाते दिख रहे हैं। बहुत से लोगों की तस्वीर तो राष्ट्रपति भवन के अंदर मस्ती करते हुए सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि शिया धर्मगुरू मुक्तदा अल-सदर ने बीते सोमवार को कहा था कि वह राजनीति से दूर हो सकते हैं। इसके बाद मौलवी के समर्थक काफी नाराज हो गए और उन्होंने राष्ट्रपति भवन के साथ अन्य सरकारी दफ्तरों पर हंगामा शुरू कर दिया, इस दौरान 12 लोगों की मौत हो गई और कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि हिंसा काफी लंबा खिंच सकती है। इराक में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पड़ोसी देश ईरान ने अपनी यहां से इराक को जाने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है, साथ ही सीमा पर सभी प्रवेश द्वार पर कड़ी निगरानी के लिए जवानों को निर्देशित किया गया है।
पिछले साल से ही चल रहा विवाद
इराक का मामला तात्कालिक न होकर पिछले साल का ही है। गौरतलब है कि इराक की सरकार पिछले साल अक्टूबर में हुए संसदीय चुनावों के बाद से ही काफी गतिरोध का सामना कर रही है। उस दौरान हुए चुनाव में अल-सदर की पार्टी सबसे अधिक सीटें जीतने के बाद भी बहुमत से दूर रही थी। उन्होंने सरकार बनाने के लिए ईरानी शिया प्रतिद्वंद्वियों के साथ किसी तरह की बातचीत करने से इनकार कर दिया था।
जिसके बाद बीते जुलाई महीने में ही अल-सदर के समर्थक विपक्षी को सरकार बनाने से रोकने के लिए उग्र प्रदर्शन किया और संसद में भी घुस गए थे, तभी से वे संसद के बाहर धरने पर बैठे हैं। अब अल-सदर गुट के सभी नेताओं ने संसद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे की घोषणा के बाद ही सभी समर्थक एक बार फिर उग्र हो गए और आंदोलन शुरू कर दिए हैं। भीड़ को काबू करने के लिए सेना की तरफ से कर्फ्यू की घोषणा की है। हालांकि, उग्र भीड़ पूरी तरह बवाल पर उतर आई है और तोड़फोड़ जारी है।
Created On :   30 Aug 2022 4:54 PM IST