कुलभूषण जाधव केस: हार को भी जीत की तरह सेलिब्रेट कर रहा पाकिस्तान
- आईसीजे ने कुलभूषण की फांसी पर लगाई रोक
- कुलभूषण को मिलेगा काउंसलर एक्सेस
- पाकिस्तान की मीडिया बता रही जीत
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। अपने देश के लोगों को खुश करने के लिए पाकिस्तान समय-समय पर झूठ बोलता रहता है। 1965 की जंग में भारत से बुरी तरह हारने के बाद भी वहां हर साल 6 दिसंबर को विजयी दिवस मनाया जाता है। ऐसा ही एक झूठ पाकिस्तान की सरकार और मीडिया ने फिर वहां के लोगों से बोला है।
कुलभूषण जाधव मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने फैसला दे दिया है, जो भारत के पक्ष में है। आईसीजे के 16 जजों में से 15 ने भारत के पक्ष में अपना फैसला दिया है, 16वें जज इस फैसले से सहमत नहीं दिखे। दरअसल, वह भी पाकिस्तान के निवासी हैं।
आईसीजे ने न सिर्फ कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है, बल्कि उन्हें काउंसलर एक्सेस देने का आदेश भी दिया है। इंटरनेशनल कोर्ट में करारी हार मिलने के बाद भी पाकिस्तान की सरकार और वहां की मीडिया इसे अपनी जीत की तरह पेश कर रही है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जाधव पाकिस्तान में ही रहेगा, ये हमारी जीत है, इतना ही नहीं वहां का मीडिया भी इसे पाकिस्तान की जीत बता रहा है।
"1) They wanted acquittal, that"s not been accepted.
— PTI (@PTIofficial) July 17, 2019
2) They wanted release, thats not been accepted.
3) They wanted return, that has been rejected.
If they still want to claim victory.... Good Luck! - @SMQureshiPTI#KulbushanVerdict pic.twitter.com/gfbe66GgKh
पाकिस्तान के जीयो न्यूज ने लिखा कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कुलभूषण जाधव को बेकसूर मानने से इनकार कर दिया है।
पाकिस्तान के मीडिया हाउस डॉन ने लिखा कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कुलभूषण को वापस भारत भेजने की मांग को ठुकरा दिया है।
Created On :   17 July 2019 7:30 PM GMT