इजरायल ने ईरान से लिया खूनी हमले का बदला
- हमला कैसे हुआ किसी को नहीं पता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल ने ईरान से एक खूनी हमले का बदला खून से लिया है। इजरायली मीडिया के मुताबिक ईरान की राजधानी तेहरान में रिवोल्यूशनरी गार्ड के कर्नल हसन सैयद खोदायारी को मार गिराया है। जिसने एक दशक पहले साल 2012 में नई दिल्ली स्थित इजरायल राजनयिक पर हमला किया गया। ईरान की एक वेबसाइट ने इसकी पुष्टि की है।
हालांकि इजरायल ने भी अभी तक आधिकारिक रूप से इस हत्याकांड पर कोई बयान नहीं दिया है। इजरायल ने कमल हसन को ईरान की राजधानी तेहरान में उस इलाके में मारा है जहां ईरान के कुख्यात कुद्स फोर्स के सीनियर ऑफिसर रहते है। इजरायल ने हसन को तेहरान के मोहहेद्दिन-ए-इस्लाम सड़क पर मारा गया है। ईरान अभी तक ये मालूम नहीं कर पाया है कि हमला किसने किया और उसे कैसे अंजाम दिया गया।
ईरान की नूर न्यूज एजेंसी ने इजरायल के द्वारा किए गइ इस हत्याकांड को लक्ष्मण रेखा करार दिया है। और इजरायल को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। ईरानी सैन्य पत्रकार हुसैन दालिरिआन ने हत्याकांड के लिए मोसाद के जासूसों पर सवाल खड़े किए है। ईरानी सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक कर्नल हसन ईरान के ड्रोन कार्यक्रम से जुड़े हुए थे।
इजरायल का मानना है कि सैयद खोदायारी ने कई देशों में इजरायली राजदूतों पर हमले करने का मास्टरमांइड था। माना जा रहा है कि इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान में घुसकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।
समाचारों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नल हसन ने दिल्ली के बेहद सुरक्षित इलाके में इजरायली राजनयिक पर एक दशक पहले बम से हमला किया था, जिसमें राजनयिक की वाइफ गंभीर रूप से घायल हो गई थी। एनबीटी न्यूज के मुताबिक इसके ठीक एक दिन बाद थाइलैंड में हुए सिलसिलेवार हमले के लिए भी कर्नल हसन को भी जिम्मेदार ठहराया गया था।
इससे पहले नवंबर 2020 में मोसाद ने इजरायल के परमाणु वैज्ञनिक मोहसेन फखरिजादेह को मार गिराया था। इजरायली न्यूज पेपर यरुशलम की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नल हसन कुद्स फोर्स के सदस्य थे।
हालफिलहाल दोनों देशों के बीच इन हमलों को लेकर माहौल गर्म है। ईरान ने इजरायल के इस हत्याकांड हमले को लेकर फिर से बदला लेने की ठानी है। इसे लेकर इजरायल ने दुनियाभर में अपने दूतावासों को अलर्ट किया हुआ है।
Created On :   24 May 2022 12:33 PM IST