चीन: मिस्ट्री वायरस की चपेट में आई भारतीय टीचर, अब तक दो लोगों की मौत

चीन: मिस्ट्री वायरस की चपेट में आई भारतीय टीचर, अब तक दो लोगों की मौत
हाईलाइट
  • भारतीय स्कूल शिक्षक चीन के शहरों में फैलने वाले मिस्ट्री वायरस की चपेट में आ गई
  • वह पहली विदेशी है जो इस वायरस की चपेट में आईं है
  • स्कूल में शिक्षक प्रीति माहेश्वरी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। एक 45 वर्षीय भारतीय स्कूल शिक्षक चीन के वुहान और शेनज़ेन शहरों में फैलने वाले मिस्ट्री वायरस की चपेट में आ गई है। वह पहली विदेशी है जो इस वायरस की चपेट में आईं है। पिछले शुक्रवार को गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बाद शेनझेन के इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक प्रीति माहेश्वरी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सोमवार को डॉक्टरों ने की पुष्टि
डॉक्टरों ने सोमवार को पुष्टि की कि वह वायरस से पीड़ित है और उनका इलाज किया जा रहा है। महिला के पति अंशुमन खोवाल ने कहा कि माहेश्वरी का इलाज गहन चिकित्सा इकाई में चल रहा है और वह वर्तमान में वेंटिलेटर और अन्य सहायक प्रणालियों पर है। खोवाल, जिन्हें हर दिन कुछ घंटों के लिए रोगी के पास जाने की अनुमति दी जाती है, ने कहा कि वह बेहोश है और डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें ठीक होने में लंबा समय लग सकता है।

17 नए मामले आए सामने
वुहान की रिपोर्टों के अनुसार, इस वायरस से जुड़े 17 नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल मामलों की संख्या 62 हो गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की खबर के मुताबिक 19 मरीजों को ठीक करने के बाद अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। अस्पताल में इस वायरस से पीड़ित मरीजों और बाकी लोगों से अलग-थलग रखा गया और उनका इलाज चल रहा है।

वुहान शहर में भारत के 500 से ज्यादा छात्र
भारत ने शुक्रवार को चीन के शहर वुहान में इस वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण चीन जाने वाले अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी। चीन के इस शहर में 500 से अधिक भारतीय मेडिकल छात्र अध्यन कर रहे हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर छात्र चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के लिए घर चल गए हैं।

वायरस से अब तक दो की मौत
चीन के वुहान में मिस्ट्री वायरस से अब तक कुल दो लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 62 लोग संक्रमित हो चुके हैं। चीन और अन्य जगहों पर स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस नए वायरस का प्रकोप कुछ और अधिक गंभीर न हो जाए।

मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के बाद मौत
वुहान में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि 69 वर्षीय एक व्यक्ति की मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से मौत हो गई। 31 दिसंबर को इस व्यक्ति के शरीर में निमोनिया जैसे लक्षणों से जुड़े वायरस की पहचान की गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। वुहान स्वास्थ्य आयोग ने गुरुवार को कहा कि ठीक होने के बाद 19 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

कोरोनावायरस का नया प्रकार
शोधकर्ताओं के अनुसार ये वायरस एक नए प्रकार का कोरोनावायरस है। 1960 के दशक में कोरोनावायरस पहली बार मनुष्यों में पाए गए थे। आम तौर पर इससे केवल बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ जैसी शिकायतें होती है। हालांकि इस वायरस का नया रूप काफी घातक है। अधिकारियों का मानना ​​है कि 11 मिलियन लोगों के शहर में हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट प्रकोप का केंद्र है। इसे 1 जनवरी को बंद कर दिया गया था।

वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन ट्रांसमिशन की पुष्टि नहीं
स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक इस वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन ट्रांसमिशन की पुष्टि नहीं की है। हालांकि डब्ल्यूएचओ और वुहान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है कि यह वायरस संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से नहीं फैल सकता। डब्ल्यूएचओ ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि इसके फैलने के तरीके के बारे में पता लगाने के लिए अतिरिक्त जांच की आवश्यकता है।"

वायरस से खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने बयान जारी करते हुए यात्रियों को वुहान में जानवरों के बाजारों में जाने से बचने की सलाह दी है। इसके अलावा ये भी कहा गया है कि वह बिना पका मीट न खांए। लोगों से कहा गया है कि वह इस रोग से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचे और अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोए। डब्ल्यूएचओ ने स्पसफिक ट्रेवल वॉर्निंग जारी नहीं की है।

650 लोगों की हो गई थी मौत
SARS (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) से संबंधित होने के कारण ये वायरस काफी घातक है। इसी तरह के एक वायरस की चपेट में आने से 2002-2003 में चीन और हांगकांग में लगभग 650 लोगों की मौत हो गई थी। 

Created On :   19 Jan 2020 11:17 PM IST

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