SCO meeting: भारत-रूस के बीच एडवांस्ड AK-203 राइफलों की डील फाइनल, SCO में चीनी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से मिलने का समय मांगा
- AK-203 राइफल भारत में बनाने के लिए समझौते को दिया अंतिम रूप
- रूस से एक लाख एके-203 रायफल खरीदेगा भारत
- रूसी रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह ने की बैठक
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के बीच एससीओ में चीन के रक्षा मंत्री वे फेंग ने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से शुक्रवार को मिलने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि अभी तक भारत की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। फेंग और राजनाथ सिंह फिलहाल मॉस्को में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में मौजूद हैं। इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह की मुलाकात रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के साथ हुई। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर बताया कि रूसी समकक्ष के साथ उनकी मुलाकात शानदार रही।
चीनी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से मिलने की इच्छा ऐसे समय जताई है, जब भारत और चीन की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में LAC पर आमने-सामने हैं। उधर मॉस्को में एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह मौजूद हैं तो दूसरी ओर 10 सितंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मॉस्को पहुंचने वाले हैं। जयशंकर एससीओ में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे।
बता दें, चीनी रक्षा मंत्री वे फेंग चीन के सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के चार सदस्यों में एक हैं, जिनका पद काफी अहम होता है। इस कमीशन की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग करते हैं, जबकि इसके बाकी सदस्यों में शु किलियांग और झांग यूक्जिया के नाम शामिल हैं। एससीओ में रक्षा मंत्रियों की बैठक का मकसद आतंकवाद जैसे मुद्दे से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाना है। एससीओ में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे सदस्य देश शामिल हैं।
रूसी रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह ने की बैठक
रूस के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे राजनाथ सिंह ने गुरुवार को रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की। सिंह ने पहले हुए समझौतों के तहत रूस द्वारा भारत को कई हथियार प्रणालियों, गोला बारूद और कल पुर्जों की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए दबाव डाला। राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके कहा कि शोयगू के साथ उनकी वार्ता शानदार रही। उन्होंने एक ट्वीट करके कहा कि आज मास्को में रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू के साथ बैठक शानदार रही। हमने कई मुद्दों पर बात की, विशेष रूप से इस पर कि दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक सहयोग को कैसे और गहरा किया जाए।
AK-203 राइफल भारत में बनाने के लिए समझौते को दिया अंतिम रूप
इससे पहले दिन में भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके-203 राइफल भारत में बनाने के लिए एक बड़े समझौते को अंतिम रूप दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की यहां की यात्रा के दौरान भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके-203 रायफल भारत में बनाने के लिए एक बड़े समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। आधिकारिक रूसी मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
रूस से एक लाख एके-203 रायफल खरीदेगा भारत
एके-203 रायफल, एके-47 रायफल का नवीनतम और सर्वाधिक उन्नत प्रारूप है। यह ‘इंडियन स्मॉल ऑर्म्स सिस्टम’ (इनसास) 5.56x45 मिमी रायफल की जगह लेगा। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘स्पुतनिक’ के मुताबिक, भारतीय थलसेना को लगभग 7.70 लाख एके-203 राइफलों की जरूरत है, जिनमें से एक लाख का आयात किया जाएगा और शेष का विनिर्मिण भारत में किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने एके 203 रायफल के उत्पादन के लिए भारत-रूस संयुक्त उद्यम की भारत में स्थापना को लेकर अंतिम चरण की चर्चा का स्वागत किया है।
हल्की-छोटी, ले जाना आसान
रूस निर्मित AK-203 राइफल दुनिया की सबसे आधुनिक और घातक राइफलों में से एक है। हर राइफल की कीमत 1100 डॉलर हो सकती है। इसमें टेक्नॉलजी ट्रांसफर और उत्पादन इकाई स्थापित करने की कीमत शामिल है। AK-203 बेहद हल्की और छोटी है जिससे इसे ले जाना आसान है। इसमें 7.62 एमएम की गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है।
मारक क्षमता है 400 मीटर
यह राइफल एक मिनट में 600 गोलियां या एक सेकंड में 10 गोलियां दाग सकती है। इसे ऑटोमेटिक और सेमी ऑटोमेटिक दोनों ही मोड पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मारक क्षमता 400 मीटर है। सुरक्षाबलों को दी जाने वाली इस राइफल को पूरी तरह से लोड किए जाने के बाद कुल वजन 4 किलोग्राम के आसपास होगा।
भारत के मौजूदा हथियारों में कमियां
रूसी मीडिया ने जानकारी दी है कि भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के रूस दौरे पर यह फैसला किया गया है। AK-47 का यह सबसे अडवांस्ड वर्जन इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (INSAS) असॉल्ट राइफल को रिप्लेस करेगा। INSAS का इस्तेमाल 1996 से चला आ रहा है और उसमें हिमालय की ऊंचाई पर जैमिंग और मैगजीन के क्रैक जैसी समस्याएं पैदा होने लगी हैं।
राजनाथ ने मास्को में महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मास्को स्थित भारतीय दूतावास में गुरुवार को महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अहम बैठक में शिरकत करने के लिए बुधवार को तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे। यह करीब दो महीनों में उनकी दूसरी रूस यात्रा है।
Created On :   4 Sept 2020 2:51 AM IST