कोरोना के बहाने पाकिस्तान ने जेल से छोड़े आतंकी, हाफिज सईद समेत सैकड़ों आतंकियों को मिला सक्रिय होने का मौका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी ने आतंकी संगठनों को बिन मांगे एक उपहार दे दिया है। पाकिस्तान सरकार ने तमाम आतंकी सरगनाओं और उनके शागिर्द दहशतगर्दो को महामारी से बचाव के नाम पर जेल से मुक्त कर दिया है। कहा है कि वे अपने घर जाकर वहां सुरक्षित रहें। इससे इन आतंकी सरगनाओं को नए सिरे से संगठित होने और अपनी गतिविधियों के लिए तैयारी करने का समय मिल गया है। मुक्त किए गए आतंकी सरगनाओं में लश्कर ए तैयबा का प्रमुख हाफिज सईद भी है।
पाकिस्तान में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के दिशानिर्देशों के पालन में हाल के महीनों में कई आतंकी सरगना और सैकड़ों आतंकी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे। इनमें लश्कर ए तैयबा का मुखिया हाफिज सईद भी था। लेकिन पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री के एक ट्वीट ने पाकिस्तान सरकार को आतंकियों को मुक्त करने का बहाना दे दिया। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में बताया था कि लाहौर जेल में करीब 50 कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने अन्य जेलों में भी कोरोना के मरीज होने की आशंका जता दी। इसी के बाद सरकार ने जेलों से कैदियों को रिहा करने का फैसला कर लिया।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल रखा है। जून में उसकी समीक्षा के लिए बैठक होनी है। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की आड़ लेकर पाकिस्तान सरकार ने आतंकियों को छोड़ने का निर्णय कर लिया। पाकिस्तान सरकार को एहसास है कि महामारी के चलते सभी का ध्यान उससे निपटने में है। इसलिए एफएटीएफ की बैठक भी टल सकती है और वह आतंकियों की रिहाई में वायरस के संक्रमण की आड़ भी ले सकती है।
आतंकियों के इस तरह से छोड़े जाने से जम्मू-कश्मीर में फिर से घुसपैठ की घटनाएं बढ़ सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव की घटनाएं हाल के दिनों में बढ़ी भी हैं।
Created On :   3 May 2020 12:16 PM IST