डेटा लीक मामला: फेसबुक ने प्राइवेसी सेटिंग्स में किए बदलाव, डेटा पर होगा यूजर कंट्रोल
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। फेसबुक यूजर्स का ब्रिटिश फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा डेटा लीक करने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। डेटा लीक मामले के बाद से फेसबुक को बड़ा नुकसान हुआ है। जिसके बाद फेसबुक ने अपने प्राइवेसी और सिक्योरिटी फीचर में बड़े बदलाव किए हैं। बता दें मार्क जकरबर्ग ने इसके बारे में कुछ दिनों पहले ही कहा था कि जल्द ही फेसबुक में बड़े बदलाव होंगे,जो अब किए जा चुके हैं। कंपनी ने कहा है, ‘पिछले हफ्ते मार्क जकरबर्ग के स्टेटमेंट के बाद अब हम आने वाले हफ्ते में लोगों के हाथ में ज्यादा प्राइवेसी कंट्रोल देने की तैयारी कर रहे हैं।’ सुधारों के बाद यूजर फेसबुक द्वारा स्टोर किए गए अपने पर्सनल डेटा को आसानी से सर्च, डाउनलोड और डिलीट कर सकेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर बरती गंभीरता
कंपनी ने नए अपडेट जारी किए हैं और दावा किया गया है कि इनमें से ज्यादातर पर पहले से ही काम किया जा रहा था। फेसबुक ने इस बात पर हामी भी भरी है कि हाल में हुए डेटा चोरी के मामले के बाद से अब यह कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस माले की जांच कर रही अमेरिका की फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने सोमवार को कहा था कि उसने फेसबुक की प्राइवेसी की नीतियों पर चिंता जाहिर करने वाली मीडिया की हालिया रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है। फेसबुक के चीफ प्रिवेसी ऑफिसर एरिन इगन और डेप्युटी जनरल काउंसल ऐशली बेरिंगर ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "हमें अब तक मिली हुई जानकारी पूरी तरह से स्पष्ट है कि प्रिवेसी सेटिंग्स और कुछ दूसरे महत्वपूर्ण टूल्स को खोजने में कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है, लिहाजा लोगों को इस बारे में सूचना देने के लिए और ज्यादा कुछ करना चाहिए।"
किन-किन चीजों को किया जा सकेगा कंट्रोल
अकाउंट को मिलेगी ज्यादा सिक्योरिटी- फेसबुक द्वारा नए फीचर जोड़े जाने के बाद से आप अकाउंट में सिक्योरिटी के एक्स्ट्रा लेयर ऐड कर सकते हैं जिसमें टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन शामिल है।
विज्ञापनों पर भी रहेगा यूजर कंट्रोल- फेसबुक द्वारा नए फीचर जोड़े जाने के बाद से आप उन जानकारियों को मैनेज कर सकते हैं जिनके आधार पर आपको ऐड दिखाए जाते हैं। ऐड प्रेफ्रेंस ऑप्श में जाकर आप इस बात को समझ सकते हैं कि विज्ञापनों के काम करने का क्या तरीका है, औप आपके पास क्या ऑप्शनस मौजूद हैं।
निजी जानकारियों पर नियंत्रण- फेसबुक के मुताबिक आपने जो डेटा शेयर किया है उसे डिलीट कर सकते हैं। इनमें आपके फेसबुक पोस्ट से लेकर सभी प्रकार की जानकारियां शामिल हैं।
डाउनलोड और डिलीट फेसबुक डेटा- फेसबुक द्वारा बताया गया है कि कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक यूजर्स के डेटा कलेक्ट कर के उसे इस्तेमाल में लाया जाता है। फेसबुक ने कहा है कि वो यूजर्स की जानकारियां ऐक्सेस करने का सुरक्षित तरीका निकाला है, जिसके द्वारा वे इसे ऐक्सेस करके डिलीट कर सकते हैं।
कौन देख पाएगा आपकी पोस्ट और जानकारियां- फेसबुक द्वारा नए फीचर जोड़े जाने के बाद से आप जो कुछ भी शेयर या पोस्ट करते हैं उसे आप खुद मैनेज कर सकते हैं कि कौन उसे देखेगा और कौन नहीं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ब्रिटेन की एक पॉलिटिक कंसल्टेंसी फर्म "कैम्ब्रिज एनालिटिका" पर करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा उनकी इजाजत के बिना यूज करने का आरोप लगा है। एक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा किया है। चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में ये बात निकलकर आई कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने करोंड़ों फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया है कि कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस डाटा का इस्तेमाल किया और ट्रंप को फायदा पहुंचाया। इसके लिए कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया, जिससे लोगों के पॉलिटिकल इंटरेस्ट का अंदाजा लगाया जा सके। इस खबर के सामने आने के बाद के बाद फेसबुक को करीब 40 अरब डॉलर का नुकसान होने की बात कही जा रही है।
Created On :   28 March 2018 7:57 PM IST