ताइवान के खिलाफ चीन कर रहा है जंग की तैयारी! 100 से ज्यादा युद्धक विमान उतारा
- पेलोसी की यात्रा को बताया था चीन नीति का उल्लंघन
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बाद चीन भी इसी रहा पर चलता दिख रहा है। हाल ही में अमेरिका हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से चीन पूरी तरह से तिलमिलाया हुआ है और अमेरिका को धमकी भी डाली। चीन ने दो टूक में कहा है कि ताइवान और चीन के बीच किसी दूसरे देश की दखल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चीन- ताइवान मसले पर चीन के समर्थन में रूस भी उतर आया है।
रूस ने पेलोसी के यात्रा को चीन को चिढ़ाने वाला बताया और कहा कि अमेरिकी अपनी ऐसी हरकतों से बाज आए। चीन अब ताइवान को लगातार घेरने की कोशिश में जुट चुका है और अपने सैन्य अभियान भी तेज कर दिया है। खबरों के मुताबिक, ताइवान के आसपास उसने 100 से ज्यादा युद्ध विमान भी तैनात कर दिए हैं। अब चीन के इस कदम से कयास यही लगाए जा रहे हैं कि ताइवान मसले पर चीन पीछे हटने वाला नहीं है तो वहीं ताइवान भी अपनी बातों पर अडिग है। गौतलब है कि ताइवान को अमेरिका का समर्थन भी प्राप्त है।
ड्रैगन से सैन्य अभ्यास तुरंत बंद करने की अपील
चीन लगातार ताइवान को घेरने के लिए सैन्य अभ्यास कर रहा है और अपनी ताकत का एहसास करा रहा है। ताइवान के आस-पास ड्रैगन की गतिविधियों को देखकर अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने चीन की इस कार्यवाही पर विरोध जताया है और कहा है कि इसे तत्काल बंद किया जाना चाहिए। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमे देखा जा सकता है कि चीन सेना ताइवान के इलाकों के पास अपना पैर जमाने का प्रयास कर रही है और युद्धाभ्यास कर रही है।
— Global Times (@globaltimesnews) August 7, 2022
सैन्य अभ्यास में नए विमान भी शामिल
चीन और ताइवान के बीच जारी तनाव के बाद चीन की तरफ से जारी वीडियो में ये बताने का प्रयास किया जा रहा है कि ताइवान अगर कोई कदम उठाएगा तो उसका मुहतोड़ जवाब मिलेगा। लोगों का कहना है चीन इससे अपनी ताकत को दिखाने का प्रयास कर रहा है। चीन सैन्य अभ्यास में नए युद्धक विमानों को भी शामिल किया है।
चीन हमेशा ताइवान को अपना हिस्सा मानता रहा है लेकिन ताइवान अपने को स्वतंत्र राष्ट्र मानता है। चीन के मुताबिक, उसने ताइवान के आसपास के छह क्षेत्रों में युद्धक विमानों, नौसेना के जहाजों और मिसाइल हमलों से जुड़े अभ्यास शुरू कर दिए हैं। चीन का एक मकसद है ताइवान को चारों तरफ से घेरना ताकि उसके व्यापार पर गहरा झटका लगे।
Created On :   7 Aug 2022 6:01 PM IST