अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ब्रिटिश पाउंड 37 साल के निचले स्तर पर
- ऊर्जा संकट और मजबूत
डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटिश पाउंड 1985 के बाद पहली बार डॉलर से नीचे गिर गया। ऐसे में निवेशकों को चिंता सता रही है कि ब्रिटेन सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर कर कटौती की घोषणा से राजकोषीय अनिश्चितता बढ़ सकती है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को पाउंड 3 फीसदी से अधिक टूट गया और 1.10 डॉलर से नीचे आ गिरा, जो 37 साल के निचले स्तर पर है।
बड़ी बिकवाली तब हुई, जब चांसलर क्वासी क्वार्टेग ने पहले दिन में करों में कटौती और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया था।
नई योजना में निगम कर में 25 प्रतिशत की नियोजित वृद्धि को रद्द करना और इसे 19 प्रतिशत पर रखना। इस अप्रैल में राष्ट्रीय बीमा योगदान में 1.25 प्रतिशत की वृद्धि को उलट देना शामिल है। क्वार्टेग ने योजना से एक साल पहले अप्रैल 2023 में आयकर की मूल दर में एक प्रतिशत की कटौती करके 19 प्रतिशत करने की भी घोषणा की।
150,000 पाउंड से अधिक की आय पर आयकर की 45 प्रतिशत अतिरिक्त दर को समाप्त कर दिया जाएगा। इस बीच, ब्रिटेन का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) अगस्त के 12 महीनों में 9.9 प्रतिशत बढ़ा।
वही, बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) ने गुरुवार को ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि कर 2.25 प्रतिशत कर दी, जो 2008 के बाद से सबसे अधिक है। बढ़ी हुई मुद्रास्फीति, यूरोप में चल रहे ऊर्जा संकट और मजबूत अमेरिकी डॉलर ने ब्रिटिश पाउंड पर दबाव डालना जारी रखा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तुलना में बीओई द्वारा दर वृद्धि की गति में गिरावट ने भी ब्रिटिश मुद्रा की कमजोरी में योगदान दिया। साथ ही शुक्रवार को यूके में सूचीबद्ध ब्लू-चिप कंपनियों के लिए प्रमुख बेंचमार्क एफटीएसई 100 ने सत्र को 1.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,018.60 पर खत्म किया।
आईएएनएस
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Created On :   24 Sept 2022 11:00 AM IST