BREXIT: ब्रिटेन और ईयू ने ब्रेक्जिट के बाद व्यापार समझौते पर लगाई मुहर, EU के सिंगल मार्केट का हिस्सा नहीं रहेगा UK
- ब्रिटेन और EU के बीच 3 मुद्दों पर अटका था मामला
- महीनों तक बनी रही थी तनाव की स्थिति
डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के बीच महीनों लंबे गतिरोध के बाद आखिरकार ब्रेक्जिट व्यापार सौदे (ट्रेड डील) पर सहमति बन गई है। लंदन में डाउनिंग स्ट्रीट और ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। इस पर दोनों पक्षों में 10 महीने से सौदेबाजी चल रही थी। ब्रिटेन 31 जनवरी को EU से अलग हो गया था, लेकिन कारोबार से जुड़े मसले उलझे हुए थे। अब इस डील पर दोनों पक्षों की संसद में वोटिंग होगी। इसके लिए ब्रिटेन में बुधवार को सत्र बुलाया गया है। हालांकि, समझौते का मसौदा अभी सामने नहीं आया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि हमने यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साथ ट्रेड डील को अंतिम रूप दे दिया है। डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि हम ब्रेक्जिट को अंतिम रूप दे चुके हैं और अब हम हमारे लिए उपलब्ध शानदार अवसरों का पूरा फायदा उठा सकते हैं। डाउनिंग स्ट्रीट ने अपने बयान में कहा कि 2016 के जनमत संग्रह के दौरान और पिछले साल के आम चुनाव में ब्रिटिश जनता से जो भी वादा किया गया था, वह इस सौदे से पूरा किया गया है। हमने अपने पैसे, सीमाओं, कानूनों, व्यापार और अपने फिशिंग वॉटर पर नियंत्रण पा लिया है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें समझौते की घोषणा की जाएगी। ब्रसेल्स में महीनों के संघर्ष के बाद यह कदम सामने आया है। इस कदम के बाद जॉनसन ने एक तस्वीर ट्वीट की है, जिसमें वह दोनों अंगूठे हवा में उठाए हुए मुस्कुराते नजर आ रहे हैं।
विस्तृत रास्ता दिखाता है यह करार: ईयू
यूरोपीय संघ ने कहा कि यह एक अच्छा करार है, जो एक विस्तृत रास्ता दिखाता है। यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ब्रसेल्स में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अंतत: हम करार पर पहुंच गए। यह एक निष्पक्ष और जिम्मेदार करार है।’ उन्होंने कहा, ‘ईयू के नियमों और मानदंडों का सम्मान होगा। ब्रिटेन लंबे समय तक हमारा सहयोगी रहा। अब भविष्य की ओर देखने का समय है क्योंकि आर्थिक ब्लॉक के साथ संबंधों में अब ब्रिटेन तीसरा देश होगा। अब ब्रिटेन के यूरोपीय संघ की आर्थिक संरचना से बाहर निकलने से पहले इस करार को मंजूर और अनुमोदित करने की ‘दौड़’ होगी।
ब्रिटेन और EU के बीच 3 मुद्दों पर अटका था मामला
कई महीने तक चले तनाव और बयानबाजी के बीच धीरे-धीरे दोनों पक्षों ने तीन सबसे बड़े मुद्दों पर मतभेद दूर कर लिए। इनमें फेयर कॉम्पिटीशन रूल्स, भविष्य में होने वाले विवादों को सुलझाने का मैकेनिज्म तैयार करना और ब्रिटेन के समुद्र में यूरोपीय यूनियन की नावों को मछली पकड़ने का अधिकार देना शामिल है। मछली पकड़ने का मुद्दा इस डील में सबसे बड़ी रुकावट बना हुआ था।
महीनों तक बनी रही थी तनाव की स्थिति
ब्रिटेन की संसद से अगले सप्ताह इस करार को अनुमोदित किए जाने की उम्मीद है। हाउस ऑफ कॉमंस में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पास पर्याप्त बहुमत है, जिससे समय पर करार पर हस्ताक्षर की संभावना है। यूरोपीय संघ द्वारा नए साल में करार को अनुमोदित किए जाने की उम्मीद है। यूरोपीय संघ के सदस्य देशों द्वारा इसपर वीटो अधिकार का इस्तेमाल किए जाने की उम्मीद नहीं है।
दोनों पक्षों के बीच महीनों तक इस करार को लेकर वार्ता में कई बार तनाव की स्थिति बनी। दोनों पक्षों के बीच मुख्य मुद्दा निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा नियम, भविष्य के विवादों को निपटाने की व्यवस्था और मछली पकड़ने के अधिकार को लेकर था। अंतिम बाधा ब्रिटेन के जल क्षेत्र में यूरोपीय संघ की नावों के जाने के अधिकार को लेकर थी, जिसे बाद में सुलझा लिया गया।
Created On :   25 Dec 2020 1:18 AM IST