यूक्रेनियों को जेल में डाला, प्रताड़ित किया- अमेरिका ने रिपोर्ट में बेनकाब किया रूस का बेरहम चेहरा, बौखलाए रूस ने इस तरह दिया मुंह तोड़ जवाब!
- 226 आम यूक्रेनी नागरिकों को कैद कर दी गईं यातनाएं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 9 महीने से युद्ध जारी है। हाल ही में रूस की सेना ने खेरसान प्रांत में सरेंडर किया था। उसकी तरफ से खेरसान से पीछे हटने का ऐलान किया गया था। रूस के इस कदम को यूक्रेन ने अपनी बड़ी जीत के रूप में बताया था। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट जारी हुई है जिसमें खेरसान शहर में रूसी हमले के दौरान सैकड़ों लोग लापता होने व कईयों को जेल में कैद करने की बात कही गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यूक्रेनी नागरिकों को जेल में कैद कर इतना प्रताड़ित किया गया कि उनमें से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दीं। वहीं रिपोर्ट में अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए रूस ने कहा कि उसकी सेना द्वारा खेरसान में हमले के दौरान किसी भी यूक्रेनी नागरिक को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
रूस नहीं जीत पाएगा युद्ध
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट के निष्कर्षों पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि "रूस को खेरसान में ऑपरेशनों को रोकना चाहिए और एक अनावश्यक युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी सेना को वापस लेना चाहिए जिसे वह जीत नहीं सकता है और न ही जीतेगी, चाहे उसकी रणनीति कितनी ही घृणित और हताश क्यों न हो।"
गौरतलब है कि ये रिपोर्ट अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा प्रयोजित थी जिसे येल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड कॉन्फ्लिक्ट ऑब्जर्वेटरी में रिसर्च लैब ने तैयार किया था। येल रिसर्च लैब द्वारा यह रिसर्च वर्क यूक्रेन में रूसी द्वारा किए अत्याचारों के सबूत एकत्रित करने और उनकी जांच करने के लिए मई महीने में शुरु किया गया था।
226 आम यूक्रेनी नागरिकों को किया गिरफ्तार, कैद कर दी गई यातनाएं
यह रिपोर्ट मार्च महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक खेरसान में रूसी सेना के द्वारा गिरफ्तार किए गए 226 यूक्रेनी नागरिकों को बंदी बनाने और उनके लापता होने की घटना पर शोध कर प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बंदी बनाए गए कैदियों में से एक चौथाई को काफी प्रताड़ित किया गया था। साथ ही इसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि रूसी सेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने के दौरान पांच लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी थीं। बता दें कि इससे पहले भी खेरसॉन से रूसी हमले में मारे गए यक्रेनी सैनिक और आम नागरिकों के 400 शव मिले थे।
Created On :   19 Nov 2022 4:12 PM IST