चीन-अमेरिका विवाद: अमेरिका ने 24 चाइनीज कंपनियों और अधिकारियों को किया ब्लैक लिस्ट
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। चीन के साथ लगातार चल रही तनातनी के बीच अमेरिका ने उस पर बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका ने उन 24 चीनी कंपनियों और उनसे जुड़े अधिकारियों पर बुधवार को प्रतिबंध लगाया दिया है, जिन्होंने विवादित दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीपों के निर्माण में भागीदारी की। बता दें कि इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि आज (बुधवार) विदेश विभाग चीन के लोगों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का काम शुरू करेगा। ये कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की जाएगी जो दक्षिण चीन सागर में विवादित आउटपोस्ट के निर्माण या सैन्यीकरण के लिए जिम्मेदार होंगे।
Today, Department of State will begin imposing visa restrictions on People’s Republic of China (PRC) individuals responsible for, or complicit in, either large-scale reclamation, construction, or militarization of disputed outposts in the South China Sea...: US Secretary of State pic.twitter.com/0ushOrqz09
— ANI (@ANI) August 26, 2020
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बयान में कहा, साल 2013 से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना अपने देश के स्वामित्व वाले उद्यमों का उपयोग विवादित दक्षिण चीन सागर में 3 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनी चीजों को गिराने और उस पर अपना दावे करने के लिए किया है। जो इस क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है, पड़ोसियों के संप्रभुता के अधिकारों को रौंद रहा है और अनकही पर्यावरणीय तबाही का कारण बन रहा है।
उन्होंने कहा कि वो लोग भी इस कार्रवाई की जद में आएंगे जो दक्षिण पूर्वी एशियाई दावेदारों की अपतटीय संसाधनों तक उनकी पहुंच को बाधित करने के लिए चीन द्वारा बनाए जा रहे दबाव में शामिल हैं। पोम्पियो ने कहा कि ये लोग अब अमेरिका में प्रतिबंधित होंगे और उनके परिवार पर भी ये वीजा प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति चुनने की अपील
इससे पहले अमेरिका में इस साल होने वाले चुनाव को लेकर पोम्पियो ने ट्रंप का समर्थन किया था। एक कार्यक्रम में अमेरिका के नागरिकों से उन्होंने कहा कि अगर वे देश को सुरक्षित रखना चाहते हैं और अपनी स्वतंत्रता बरकरार रखना चाहते हैं तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फिर से सत्ता में लाएं। पोम्पियो ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो चीन और उसकी घातक आक्रामक प्रवृत्ति से लोहा ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जबतक वह अमेरिका और दुनिया में कोरोना वायरस के माध्यम से मौत और आर्थिक तबाही फैलाने को लेकर इस कम्युनिस्ट देश के विरुद्ध न्याय नहीं होता।
कोरोना वायरस से दुनिया में आर्थिक तबाही के लिए चीन जिम्मेदार
पोम्पिओ ने हाल के समय में चीन द्वारा भारत के विरुद्ध एवं रणनीतिक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उठाए गए कदमों को लेकर ट्रंप प्रशासन की ओर से इस कम्युनिस्ट देश के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि उन्होंने (ट्रंप ने) चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की घातक आक्रामक प्रवृति को चीन में बेनकाब कर दिया। राष्ट्रपति ने चीनी वायरस के मामले तथा अमेरिका एवं दुनिया में उसके कारण होने वाली मौत और आर्थिक तबाही फैलाने के लिए चीन की जिम्मेदार बताया है। वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक न्याय नहीं हो जाता।"
Created On :   26 Aug 2020 8:26 PM IST