पूर्व RBI गवर्नर ने बताया क्यों घट रहे हैं रोजगार?: कांग्रेस के घोषणा पत्र की तारीफ की, बताया चीन और कोरिया से कहां पिछड़ा भारत?
- रोजगार देने वाले गहन क्षेत्रों की उपेक्षा करना सही नहींः राजन
- पीएचडी वाला रेलवे में चपरासी के पद के लिए आवेदन कर रहा है
- श्रम शक्ति और महिला श्रम शक्ति की भागीदारी वास्तव में खतरनाक रूप से कम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कई मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने चिप निर्माण पर भारत की ओर से अरबों डॉलर खर्च करने की आलोचना की है। राजन ने कहा है कि इन चिप विनिर्माण कारखानों को सब्सिडी देने के लिए कई अरब खर्च किए जान रहे हैं जबकि दूसरी ओर कई रोजगार देने वाले क्षेत्र अच्छा नहीं कर रहे हैं और उन पर किसी का ध्यान नहीं है। मंगलवार को जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मेलन 'भारत को 2047 तक उन्नत अर्थव्यवस्था बनाना: इसके लिए क्या चाहिए' में राजन ने कहा भारत लोकतंत्र से मिलने वाले लाभ नहीं उठा पा रहा है। "मुझे लगता है कि यह लोकतंत्र से लाभ उठाने का समय है, लेकिन समस्या यह है कि हम लाभ नहीं उठा रहे हैं।
बड़ी संख्या में भारतीय सिंगापुर या सिलिकॉन वैली जा रहे
एक सवाल के जवाब में राजन ने कहा कि बड़ी संख्या में भारतीय सिंगापुर या सिलिकॉन वैली जा रहे हैं, ऐसा क्या है जो उन्हें भारत के अंदर रहने के बजाय भारत से बाहर जाने के लिए मजबूर करता है?,आज पूछने की जरूरत है। राजन ने कहा वहां के बाजारों तक पहुंच बनाना भारतीयों को आसान लगता है। राजन ने कहा कि क्षेत्र चाहे कोई भी हो चाहे वह सेवा, विनिर्माण या कृषि निर्माण हो भारत में समस्या है। राजन ने तंज कसते हुए कहा कि आज भारत में पीएचडीधारी रेलवे में चपरासी के पद के लिए कर रहे आवेदन कर रहा है। इस पर सोचने की जरूरत है। सबाके पता है और मुझे विस्तार से बताने की आवश्यकता नहीं है। भारत में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। श्रम शक्ति और महिला श्रम शक्ति की भागीदारी वास्तव में खतरनाक रूप से कम है।
कांग्रेस के घोषणापत्र की तारीफ
इस दौरान राजन ने कांग्रेस के घोषणापत्र की तारीफ की, उन्होंने कहा कांग्रेस के घोषणापत्र में अप्रेंटिसशिप का विचार एक अच्छा कदम है। इसे प्रभावी बनाने के लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है, लेकिन हमें कई और ऐसे छात्रों की जरूरत है ताकि वे कम से कम अच्छा काम करने में सक्षम हों।
जनसंख्या से लाभ में चीन और कोरिया से पीछे
पूर्व आरबीआई गवर्नर राजन ने कहा हम जनसंख्या से लाभ के मामले में चीन और कोरिया से काफी पीछे है। इसलिए मैंने 6 प्रतिशत वृद्धि की बात कही थी। अगर आपको पता करना है कि हम अभी क्या हैं, तो जीडीपी के आंकड़ों में उछाल को दूर करें। हम 6 प्रतिशत जनसांख्यिकीय लाभांश के बीच में है। यह चीन और कोरिया के जनसंख्या के लाभ से काफी कम है। जब हम कहते हैं कि यह बहुत अच्छा है तो हम अत्यधिक उलझ रहे हैं। ऐसा इसलिए नहीं है कि हम जनसांख्यिकीय लाभांश खो रहे हैं बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हम लोगों को नौकरी नहीं दे रहे हैं।" आंशिक रूप से हमारे पास मौजूद लोगों की क्षमताओं बढ़ाने की जरूरत है, आंशिक रूप से उपलब्ध नौकरियों की प्रकृति को बदलना जरूरी है। हमें दोनों मोर्चों पर काम करने की आवश्यकता है।
चिप कारखानों को सब्सिडी
राजन ने कहा एक तरफ चिप कारखानों में अरबों डॉलर की सब्सिडी दी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ चमड़ा जैसे रोजगार में कोई खास अच्छा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा हम कई क्षेत्रों में नीचे जा रहे हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे पास नौकरी की समस्या अधिक है। ऐसा नहीं है कि पिछले 10 वर्षों में नौकरी की समस्या पैदा हुई। यह पिछले कुछ दशकों से बढ़ रहा है। रोजगार वाले उद्योग की अनदेखी की जाती है तो यह सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा मैं ये नहीं कह रहा है कि इन क्षेत्रों में सब्सिडी दी जाए। पर ये जानकारी जुटाना होगी वहा क्या गलत हो रहा है। हमें सुधार की कोशिश करना चाहिए।
Created On :   17 April 2024 2:39 PM IST