भारत-बांग्लादेश संबंध: 'अगर भारत हसीना को वापस भेजने से इनकार करता है तो..', मोहम्मद यूनुस सरकार की भारत को धमकी!
- तख्तापलट के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट
- बांग्लादेश ने भारत के सामने रखी शेख हसीना वापस भेजने की मांग
- इनकार करने पर मामले को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने उठाने की कही बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल अगस्त में हुए तख्तापलट के बाद से ही भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। कभी शेख हसीना को वापस बांग्लादेश भेजने को लेकर तो कभी बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है।
इसी बीच खबर आ रही है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि वह देश की पूर्व पीएम शेख हसीना को भारत से वापस स्वदेश लाने की कोशिश जारी रखेगी और जरुरत पड़ने पर वह अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग रखेगी।
बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंतरिम सरकार में कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नजरूल ने कहा कि यदि भारत हसीना को वापस भेजने से इनकार करता है तो यह दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा। बता दें कि बीते साल 5 अगस्त से शेख हसीना भारत में ही रह रही हैं। वह छात्रों के आंदोलन के दबाव में हुए तख्तापलट के बाद भारत चली गई थीं।
बांग्लादेश ने पिछले साल हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए एक राजनयिक नोट भारत को भेजा था। बांग्लादेशी सरकार के कानूनी सलाहकार नजरूल ने मीडिया को बताया, 'हमने प्रत्यर्पण के लिए एक पत्र लिखा है। अगर भारत शेख हसीना का प्रत्यर्पण नहीं करता है, तो यह बांग्लादेश और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि का स्पष्ट उल्लंघन होगा।' उन्होंने आगे कहा कि विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने इस मामले को उठाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
विधि सलाहकार ने कहा, 'हम वह सब कुछ कर रहे हैं जो हम कर सकते हैं। सरकार शेख हसीना को वापस लाने के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी। अगर जरूरी हुआ तो अंतरराष्ट्रीय समर्थन मांगा जाएगा।'
Created On :   22 Jan 2025 3:25 AM IST