आईसीसी और आईसीजे में अंतर: क्या है ICC जिसने जारी किया इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वारंट, जानें ICJ से कितना है अलग?
- आईसीसी ने किया नेतन्याहू के लिए अरेस्ट वारंट जारी
- आईसीसी चलाता है इंटरनेशनल मुद्दे
- जानें आईसीसी और आईसीजे के बारे में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिडिल इस्ट में हो रहे तनाव के बीच इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार 21 नवंबर को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंड और हमास के सैन्य कमांडर के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। आईसीसी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिन भी लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं, उन पर गाजा में युद्ध और अक्टूबर 2023 के हमलों को लेकर युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप हैं। इसके अलावा आईसीसी ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर लगे आरोपों के जांच के भी आदेश दिए हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये आईसीसी आखिर होता क्या है, और ये इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस से कितना अलग है? चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
क्या होता है आईसीसी?
आईसीसी यानी इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट एक ग्लोबल कोर्ट है। ये दुनिया की सबसे बड़ी अदालत है। आईसीसी का मुख्यालय नीदरलैंड के द हेग में स्थित है। इसका गठन साल 2002 में हुआ था। जिसमें जंग छेड़ने वालों और राष्ट्राध्यक्षों पर मुकदमा चलता है। ये इंटरनेशनली हो रहे अपराधों की जांच करता है। साथ ही जरूरत के हिसाब से मुकदमा चलाता है। अमेरिका के साथ कई और ताकतवर देश हैं जो इसकी अथॉरिटी नहीं मानते हैं और इसके मेंबर भी नहीं हैं।
कौन हैं आईसीसी के मेंबर?
इस वक्त ब्रिटेन, जापान, अफगानिस्तान और जर्मनी के साथ कुल 124 देश हैं जो आईसीसी के सदस्य हैं। वहीं, अमेरिका के साथ भारत, इजरायल और चीन इसके सदस्य नहीं हैं। अमेरिका इस कोर्ट के गठन के बाद से ही कई बड़े संघर्षों में शामिल होता रहा है। इसलिए उसने सदस्यता लेने से पहले काफी हिचकिचाहट दिखाई थी। क्योंकि अमेरिका नहीं चाहता है कि इसका इस्तेमाल उसके नागरिकों पर किया जाए। इस कोर्ट के ज्यादातर यूरोपीय देश ही सदस्य हैं।
आईसीसी कितना अलग है आसीजे से?
आईसीसी की स्थापना खास तरह के अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए की गई थी। ऐसा भी तब, जब कोई देश अपनी कानूनी मशीनरी की मदद से ऐसा ना कर पाए या करना ना चाहे। आईसीसी और आईसीजे एक दूसरे से काफी अलग हैं। आईसीजे देशों और इंटर-स्टेट विवादों से संबंधित मामले देखता है। वहीं आईसीसी में व्यक्तियों पर मुकदमा चलता है। इसका मतलब है कि देश का मामला हो तो आईसीजे देखता है और किसी व्यक्ति का हो तो आईसीसी देखता है।
Created On :   22 Nov 2024 4:44 PM IST