ईरान बनाम इजरायल जंग: कैसे हैं भारत से ईरान और इजरायल के व्‍यापार‍िक र‍िश्‍ते? नहीं रुकी जंग तो क्‍या होगा नफा-नुकसान, जानें

कैसे हैं भारत से ईरान और इजरायल के व्‍यापार‍िक र‍िश्‍ते? नहीं रुकी जंग तो क्‍या होगा नफा-नुकसान, जानें
  • दोनों देशों के साथ भारत अच्छे हैं व्यापारिक रिश्ते
  • तेल के दाम बढ़ने के आसार
  • इजराइल से कई सारी चीजें खरीदता है भारत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान और इजरायल में आर-पार की जंग शुरू हो चुकी है। बीते दिन मंगलवार रात को ईरान ने इजरायल पर 100 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागे हैं। जिसके चलते मिडिल ईस्ट में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इस एक तनावपूर्ण स्थिति से दुनियाभर के शेयर बाजार पर असर पड़ा है।

इस बढ़ते तनाव का असर क्रूड ऑयल की कीमत पर भी देखा जा रहा है। इस तनाव का असर कई भारतीय कंपनियों के कारोबार पर पड़ेगा। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की कीमत पर भी इस युद्ध का असर पड़ सकता है। भारत के दोनों देशों के साथ व्‍यापारिक संबंध हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव का भारत पर क्‍या असर हो सकता है और भारत का दोनों देशों के बीच क‍ितना कारोबार होता है? आइए जानते हैं..

भारत और इजरायल का व्‍यापारिक संबंध

भारत एशिया में इजरायल का दूसरा सबसे बड़ा और विश्व स्तर पर 7वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। भारत और इजरायल के बीच 1992 में राजनयिक संबंध बने थे। इसके बाद से भारत और इजरायल के बीच व्यापार बढ़ता ही गया। लगभग 300 इजरायली कंपनियों ने भारत में निवेश किया है। साल 2022-23 के बीच दोनों देशों के बीच व्यापार 10.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। जिसमें ट्रेड बैलेंस भारत के पक्ष में रहा। आपको बता दें कि, 1992 में जब दोनों देशों के बीच व्‍यापार‍िक र‍िश्‍तों की शुरुआत हुई थी, उस समय यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर का था। भारत से इजराइल को प्रमुख निर्यात वस्तुओं में से मोती और कीमती पत्थर, स्‍पेस इक्‍युपमेंट, पोटेशियम क्लोराइड और मेकेन‍िकल अप्‍लायंस शाम‍िल हैं। इस कारण दोनों देशों के बीच अभी तक मजबूत आर्थ‍िक संबंध बनें हुए हैं।

भारत और ईरान का व्‍यापारिक संबंध

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती इस जंग का असर आने वाले समय में भारत पर भी देखने को म‍िलेगा। बता दें कि, साल 2022-23 में दुन‍ियाभर में ईरान भारत का 59वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा था। लेकिन भारत और ईरान के बीच के कारोबारी र‍िश्‍ते में प‍िछले कुछ सालों में ग‍िरावट आई है। भारत से ईरान को पिछले साल 15300 करोड़ रुपये का निर्यात किया गया था। भारत ईरान से कच्चे तेल के अलावा सूखे मेवे, रसायन और कांच के बर्तन खरीदता है। वहीं, भारत की ओर से ईरान को निर्यात किए जाने वाले प्रमुख सामानों में बासमती चावल, चाय, कॉफी शामिल हैं। भारत और ईरान के बीच कई क्षेत्रों में मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं।

Created On :   2 Oct 2024 12:19 PM GMT

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