भारत-चीन सीमा: चीन बढ़ा रहा भारतीय बॉर्डर पर मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर, जवानों के लिए एयर सप्लाई कर रहा मजबूत

चीन बढ़ा रहा भारतीय बॉर्डर पर मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर, जवानों के लिए एयर सप्लाई कर रहा मजबूत
  • ऑक्सीजन टैंक की एयर सप्लाई कर रहा चीन
  • हिमालय के ऊंचे इलाकों में ऑक्सीजन की कमी
  • चीन ने किया आपूर्ति क्षेत्र स्थापित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन और भारत के बीच के संबंध तनावपूर्व होने के पीछे सीमा एक प्रमुख वजह रही है। चीन आए दिन सीमा के पास डेवलपमेंट करने से बाज नहीं आता। वहीं, अब वह हाई अल्टीट्यूड में तैनात अपने जवानों के लिए ऑक्सीजन के टैंक, रसद और वेपन्स की एयर सप्लाई बढ़ाने में लगा है। आपको बता दें कि, चीन के जवानों को हिमालय के ऊंचे इलाकों में रहने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वहां ऑक्सीजन कम रहती है। यहीं वजह है कि चीन के सैनिकों को लगातार एयरलिफ्ट कर के पास के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जाता है।

क्या कहते हैं पीएलए के मुखपत्र?

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के मुखपत्र पीएलए डेली ने कहा कि चीन की सेना ने अपनी हाई अल्टीट्यूड वाली सीमा की चौकियों पर ऑपरेशनल क्षमता में सुधार के लिए बीस किलोमीटर (12.4 मील) आपूर्ति क्षेत्र स्थापित किया है। होटन सैन्य उपजिले में समुद्र तल से 5,380 मीटर (17,700 फीट) की ऊंचाई पर तैनात एक सीमा रेजिमेंट के कमांडर लियू हाओ ने बताया कि सैनिकों के स्वास्थ्य और युद्ध के लिए तत्परता में तेजी के लिए ऑक्सीजन की अधिक पहुंच महत्वपूर्ण है। होटन काराकोरम पठार पर झिंजियांग में स्थित है, जो गलवान घाटी क्षेत्र से पास ही है।

सीमा के पास कई इलाकों में ऑक्सीजन है कम

चीन और भारत तीन हजार पांच सौ किलीमीटर की सीमा साझा करते हैं जिसको लेकर विवाद बना रहता है। इस सीमा के पास कई इलाके हैं जहां ऑक्सीन की मात्रा समुद्र तल के चालीस प्रतिशत से भी ज्यादा कम है।

Created On :   13 Jan 2025 12:45 PM IST

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