प्रदर्शन का सच!: पिछले साल शेख हसीना के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर बांग्लादेशी पुलिस ने जनबूझकर चलाई गोलियां, ITJP का बड़ा खुलासा
- बांग्लादेश प्रदर्शन को लेकर बड़ा खुलासा
- आईटीजेपी की रिपोर्ट आई सामने
- जानें क्या-क्या लगाए आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में साल 2024 में प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन हुआ जिसके चलते उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा और तख्तापलट हो गया। इंटरनेशनल ट्रुथ एंड जस्टिस प्रोजेक्ट (आईटीजेपी) ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा उठाए गए कदम पर सवाल किया है। साथ ही, इसको लेकर कई बड़े खुलासे भी किए हैं। आईटीजेपी का दावा है कि बांग्लादेश की पुलिस ने प्रोटेस्ट के वक्त प्रदर्शनकारियों पर जनबूझकर हमले किए और फायरिंग भी की। वीडियो फुटेज की जांच के बाद पता चला कि, प्रदर्शन कर रहे लोगों से कोई खतना न होने के बावजूद भी पुलिस ने उनपर हिंसा की। जानकारी के मुताबिक, वीडियो में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि, शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों और नागरिकों को भी पुलिस की गोली लगी।
बता दें कि, शेख हसीना जब से बांग्लादेश छोड़ कर आई हैं वह भारत की शरण में ही हैं।
पुलिस ने की फायरिंग
बता दें कि, आईटीजेपी की इन्क्वायरी टीम ने पांच अगस्त की 2 वीडियोज की जांच की। जांच के बाद ITJP ने आरोप लगाया कि, पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भी बांग्लादेश की पुलिस ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू की थी। यह प्रदर्शन राजधानी ढाका के साउथ में जत्राबारी पुलिस स्टेशन के बाहर हुआ था।
घातक हथियार इस्तेमाल करने का आरोप
जानकारी के मुताबिक, साल 2024 में जब बांग्लादेश में प्रदर्शन हो रहे थे तब देश की कमान संभाल रहीं शेख हसीना ने पुलिस बल का इस्तेमाल करते हुए प्रोटेस्ट को दबाने की कोशिश की थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शन कर रहे लोगों पर खतरनाक हथियारों से हमला किया गया था जिसमें एक हजार से भी ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने अपनी जान गंवा दी और कई जख्मी भी हुए।
Created On :   15 Jan 2025 2:20 PM IST