बांग्लादेश हिंसा: हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर शंकराचार्य ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, बोले - 'उनमें बांग्लादेश को जवाब देने की काबिलियत'

हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर शंकराचार्य ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, बोले - उनमें बांग्लादेश को जवाब देने की काबिलियत
  • बांग्लादेश में बढ़ रहे हिंदूओं पर अत्याचार
  • शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल
  • एनडीए गठबंधन के नेतृत्व को लेकर कही ये बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में अगस्त में तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं। इस अत्याचार के खिलाफ भारत समेत दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में हिम्मत नहीं है कि वो बांग्लादेश को जबाव देने में सक्षम नहीं है।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, "बांग्लादेश में जिस तरह से वहां रहने वाले हिंदू पर वहीं के मुस्लिम अत्याचार कर रहे हैं ये बहुत ही चिंता का विषय है। आज बांग्लादेश भले ही बांग्लादेश है। पहले वो पाकिस्तान था और उससे भी पहले वो भारत था। वे हिंदू हमारे हैं, हम उनसे जुड़े हैं, इसलिए चिंतित हैं।"

उन्होंने कहा, "हम भारत सरकार से इसे रोकने की उम्मीद कर रहे हैं और अनुरोध भी कर रहे हैं, लेकिन समय बीतता जा रहा है, हमें इस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है। यह सोचने वाली बात है कि हिंदूवादी सरकार होने के बावजूद भी भारत सरकार उस पर ठीक से जवाब में सक्षम नहीं है।"

इंडिया गठबंधन पर कही ये बात

वहीं, इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर चल रहे घमासान के सवाल पर भी शंकराचार्य ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये उनका अपना मामला है। उन्होंने कहा, "मैं या बाहर का कोई व्यक्ति उस पर नहीं बोल सकता है। गठबंधन में शामिल सभी दल ये विचार करेंगे कि कौन उनका प्रतिनिधित्व करेगा।"

वहीं, बांग्लादेश के मौजूदा हालातों पर मानवाधिकार संगठन ‘सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लूरेलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स’ (सीडीपीएचआर) की रिपोर्ट सामने आई, जिसमें शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद अल्पसंख्यकों की स्थिति पर प्रकाश डाला गया है। ‘बांग्लादेश माइनॉरिटीज अंडर सीज: ए वेक-अप कॉल फॉर द इंटरनेशनल कम्युनिटी’ टाइटल वाली इस रिपोर्ट में देश में सियासी बदलावों के तहत हिंदू समुदाय को प्रभावित करने वाली हिंसा और अशांति की घटनाओं का विवरण दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार शेख हसीना के इस्तीफे के बाद 5 से 9 अगस्त के बीच लूटपाट के 190 मामले, 32 घरों में आग लगा दी गई, 16 मंदिरों को अपवित्र किया गया और यौन हिंसा की दो घटनाएं दर्ज की गईं।

Created On :   15 Dec 2024 6:18 PM IST

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