भारत की सबसे पावरफुल मिसाइल पर अर्जेंटीना की नजर, इस मकसद के साथ होगा G 20 सम्मेलन में शामिल!
- भारत की सबसे पावरफुल मिसाइल पर अर्जेंटीना की नजर
- हथियारों को खरीदने के लिए इच्छुक अर्जेंटीना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन को शुरू होने में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। इसके लिए राजधानी दिल्ली में तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस महत्वपूर्ण बैठक में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज भी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि भारत अपने लड़ाकू विमान तेजस को लेकर अर्जेंटीना के साथ एक बड़ी डील साइन कर सकता है। बता दें, अर्जेंटीना के विदेश मंत्री जॉर्ज एनरिक तायाना जब दो महीने पहले भारत दौरे के लिए आए थे, तो उस दौरान उनकी मुलाकात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से हुई थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच डिफेंस डील को लेकर अटकलें तेज हो गई। हालांकि, ऐसा में माना जा रहा है कि भारत-अर्जेंटीना के बीच चल रही यह डील एडवांस स्टेज में पहुंच गई है। वहीं, अर्जेंटीना ना केवल भारत से तेजस विमान को खरीदने का प्लान बना रहा है बल्कि, वह अन्य हथियारों को खरीदने के लिए भी इच्छुक नजर आ रहा है।
हथियारों को खरीदने के लिए इच्छुक अर्जेंटीना
कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अर्जेंटीना भारत के डिफेंस कंपनी एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) से ना केवल फाइटर जेट तेजस को खरीदने की कोशिश में है। बल्कि, भारत से उसकी सर्वश्रेष्ठ मिसाइल ब्रह्मोस और सेना के विभिन्न हथियारों को भी खरीदने की ताक में है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, बताया जा रहा है कि भारत अर्जेंटीना के इस प्रस्ताव पर सहमत हो गया है। जिसके लिए वह अपने विमान तेजस के ब्रिटिश पार्ट्स को चेंज करने के काम में जुट गया है। इतना ही नहीं अर्जेंटीना भारत के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और एयर मिसाल सिस्टम को खरीदने के फिराक में है। जिसे हासिल करने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहा है।
भारत-अर्जेंटीना के बीच चर्चाओं की कड़ी
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और विदेश मंत्री एस जयशंकर के संचालन के तहत भारतीय विदेश मंत्रालय कई जरूरी अभियानों का कार्यभार संभाल रहा है। एक तरफ भारत और अर्जेंटीना के बीच एक के बाद एक उच्च स्तरीय बैठकों की कड़ी जारी हैं तो वहीं दूसरी ओर अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में भारतीय राजनयिक दिनेश भाटिया दोनों देशों के बीच डिफेंस डील के विषय पर भी कई महत्वपूर्ण मीटिंग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अर्जेंटीना के प्रेसिडेंट अल्बर्टो फर्नांडीज से चर्चा भी कर चुके हैं। हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ब्रिक्स में शामिल होने के लिए 6 नए देशों की लिस्ट जारी की गई थी। जिसमें अर्जेंटीना ने पिछले महीने 24 अगस्त के दिन ब्रिक्स में अपनी जगह बनाई थी।
इस सेक्टर पर भी है अर्जेंटीना की नजर
वहीं, अर्जेंटीना इन्वेस्टमेंट करने के लिहाज से भारत के माइनिंग सेक्टर को भी अपना लक्ष्य बना रहा है । जिसके लिए वह लिथियम को लेकर एक डील साइन करना चाहता है। बता दें, दुनिया में लिथियम उत्पादन के लिए अर्जेंटीना चौथे स्थान पर आता है। भारत भी पिछले कई सालों से ग्रीन एनर्जी को लेकर तरह तरह के अभियान चला रहा है। इंडिया अपने आटोमोबाइल क्षेत्र में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के उत्पादन को बढ़ाने पर पूरा फोकस कर रहा है। भारत में ग्रीन एनर्जी की क्षमता को और भी अधिक बढ़ाने के लिए लिथियम का प्रयोग करना जरूरी होगा। जिसकी मदद से बैटरी बनाई जाएगी।
यही वजह है कि अर्जेंटीना लिथियम के एक्सट्रैक्शन और एक्सपोर्ट से जुड़े कार्यों में भारत से सहायता लेने की कोशिश कर रहा है। जो ना केवल अर्जेंटीना बल्कि भारत के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। अब ऐसी अटकले हैं कि दोनों देशों के बीच जो अहम बैठकों का सिलसिला जारी है। वे जल्द ही डिफेंस डील को साइन करने की ओर संकेत दे रही है।
Created On :   5 Sept 2023 8:28 PM IST