एक्शन: हमास से जंग के बीच इजरायल ने दिया भारत को बड़ा सरप्राइज, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ उठाया बड़ा कदम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास और इजराइल के बीच आर-पार की जंग जारी है। इस बीच इजराइल ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। मंगलवार को इजराइली राजदूत ने बताया कि यह कदम भारत के अनुरोध के बिना उठाया गया है। हाल ही में इजराइल ने भारत से हमास को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की थी। इजराइली दूतावास ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "भारत सरकार के अनुरोध के बिना लश्कर-ए-तैयबा को आतंकवादी संगठनों की लिस्ट में शामिल किया जा रहा है। इसके लिए सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
साल 2008 में 26 नवंबर के दिन मुंबई में हुए आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था। इस हमले में 166 बेकसूर लोग मारे गए थे और 238 लोग घायल हुए थे। कुछ दिन बाद भारत में 26/11 आतंकी हमले की 15वीं बरसी है। भारत अभी ऐसे कई आतंकी संगठन से जंग लड़ा रहा है। साथ ही, भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी पूरी दुनिया को एक साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की अपील की है। इजराइल ने अपने बयान में कहा कि हम केवल उन आतंकी संगठनों की लिस्ट जारी कर रहे हैं जो भारत और इजराइल समेत अन्य देशों के लिए खतरा बना हुआ है। इजराइल ने कहा कि ये सभी वे आतंकी संगठन हैं जो अंतर्राष्ट्रीय सीमा के अंदर या उसके आसपास आतंकी हमले को अंजाम दे रहे हैं।
त्वरित कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों से इजराइल के रक्षा और विदेश मंत्रालय आतंकवाद से लड़ने और दुनिया में बड़ा संदेश देने के लिए लश्कर-ए-तैयबा संगठन पर त्वरित कार्रवाई करने की तैयारी में था। इजराइली दूतावास ने साफ कहा कि लश्कर-ए-तयैबा एक खतरनाक और निंदनीय आतंकवादी संगठन है, जो सैकड़ों भारतीय नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। 26 नवंबर 2008 के दिन भारत के मुंबई शहर में हुए आतंकी हमला आज भी पूरी दुनिया में शांति चाहने वाले लोगों को झकझोर कर रख देती है।
जंग जारी, परेशान लोग
पिछले महीने 7 अक्टूबर के दिन हमास के आतंकियों ने इजराइल की सीमा में घूसकर 1,400 से अधिक इजराइली नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया है। इसके तुरंत बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। जो कि अभी तक जारी है। अब तक गाजा पट्टी में भी इजराइल के हमले से 12,000 से अधिक फिलिस्तीनी लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, इजराइल हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है। लेकिन इसकी चपेट में फिलिस्तीनी लोग भी आ रहे हैं। ब्रिटेन और अमेरिका समेत अन्य देशों ने फिलिस्तीनी लोगों के लगातार मारे जाने पर चिंता जाहिर की है। इन देशों की अपील है कि अब युद्ध पर विराम लग जाना चाहिए। इजराइल का युद्ध को लेकर अलग मत है। उनका कहना है कि जब हमास के एक आतंकी भी जिंदा है तब तक युद्ध जारी रहेगा। इधर, फिलिस्तीनी नागरिक अन्य देशों में भी शरण नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि, गाजा से सटे मिस्र देश ने अपने बॉर्डर को ब्लॉक कर दिया है। जिसके चलते फिलिस्तीनी नागरिक मौत का इंतजार करने के अलावा कुछ और सोच भी नहीं पा रहे हैं।
Created On :   21 Nov 2023 5:19 PM IST