विदेशी रणनीति: तनातनी के बीच भारत ने मालदीव के प्रति दिखाई दरियादिली,आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति देने के लिए मालदीव ने जताया आभार

तनातनी के बीच भारत ने मालदीव के प्रति दिखाई दरियादिली,आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति देने के लिए मालदीव ने जताया आभार
  • व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता
  • भारत ने मालदीव को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी
  • 1981 में लागू हुई थी व्यवस्था

डिजिटल डेस्क, माले। मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत के मालदीव को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति देने पर शनिवार को भारत का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला दीर्घकालिक द्विपक्षीय मित्रता और व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

मालदीव और चीन के बढ़ते संबंधों के बाद भी माले में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत का आभार जताया। विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ-साथ भारत सरकार को अपना 'ईमानदारी से' धन्यवाद देते हुए जमीर ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच 'लंबे समय से चली आ रही मित्रता का प्रतीक है। तनातनी के बाद मालदीव सरकार के विशेष अनुरोध पर भारत ने एक एक अद्वितीय द्विपक्षीय तंत्र के तहत 2024-25 के लिए आवश्यक वस्तुओं की कुछ मात्रा के निर्यात की अनुमति दी है।

मालदीव के विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'मैं वर्ष 2024 और 2025 के दौरान मालदीव को भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री जयशंकर और भारत सरकार को ईमानदारी से आभार व्यक्त करता हूं।

मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने कहा भारत अपनी 'पड़ोसी पहले' नीति के तहत मालदीव सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने एक अद्वितीय द्विपक्षीय तंत्र के तहत वर्ष 2024-25 के लिए आवश्यक वस्तुओं की कुछ मात्रा के निर्यात की अनुमति दी है। इनमें से प्रत्येक वस्तु के लिए कोटा को संशोधित किया गया है। जो 1981 में इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से अधिक हैं। मालदीव में तेजी से बढ़ते निर्माण उद्योग के लिए महत्वपूर्ण नदी- रेत और पत्थर का कोटा 25 प्रतिशत बढ़ाकर 1,000,000 मीट्रिक टन कर दिया गया है। भारत मालदीव में मानव-केंद्रित विकास का समर्थन करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। अंडे, आलू, प्याज, चीनी, चावल, गेहूं का आटा और दाल के कोटे में भी 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, पिछले साल भी भारत से इन वस्तुओं के निर्यात पर विश्वव्यापी प्रतिबंध के बावजूद भारत ने मालदीव को चावल, चीनी और प्याज का निर्यात जारी रखा।

आपको बता दें मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निर्वाचित होने के बाद भारत और मालदीव के बीच संबंधों में तनाव आ गया। मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान और उसके बाद कई मौकों पर भारत की आलोचना की।

Created On :   6 April 2024 3:30 PM IST

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