मुइज्जू का अभिभाषण: विपक्षी पार्टियों के बहिष्कार के बीच मुइज्जू ने अभिभाषण में भारत को लेकर कही ये बातें
- मुइज्जू का भारत विरोधी रूख जारी
- विपक्षी दलों ने किया अभिभाषण का बहिष्कार
- भाषण के दौरान केवल 24 संसद रहे मौजूद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव के सांसद में अभिभाषण के दौरान अपना भारत विरोधी रूख कायम रखा।मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी पर बनी सहमति का जिक्र भी उन्होंने अपने अभिभाषण में किया। मुइज्जू ने इसे अपनी सरकार की उपलब्धि बताई। मालदीव के राष्ट्रपति ने संसद में कहा कि जनता ने उन्हें भारतीय सैनिकों को देश से बाहर निकालने के लिए वोट दिया था। वहीं चीन से संबंधों का विस्तार करने का जिक्र किया। इस दौरान संसद में दो प्रमुख विपक्षी पार्टियों के सदस्य गायब रहें। विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला लिया था।
सबसे बड़ा बहिष्कार
मुइज्जू के अभिभाषण का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया। मुइज्जू सरकार के भारत विरोधी रूख से विपक्षी दाल नाराज चल रहे हैं। मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी और डेमोक्रेट्स ने आज राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया। मुइज्जू के भाषण के दौरान 87 सीटों वाली मालदीव के सांसद में केवल 24 सांसद मौजूद थे। कुल 56 सांसदों ने अभिभाषण का बहिष्कार किया जिसमें एमडीपी के 43 और डेमोक्रेट के 13 संसद शामिल थे। सोमवार सुबह 9 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो वहां केवल 24 सांसद मौजूद थे। स्थानीय रिपोर्ट्स में इसे मालदीव की संसद के इतिहास का सबसे बड़ा बहिष्कार बताया जा रहा है।
भारतीय सैनिकों को हटाने का जिक्र
राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव के संसद में भारतीय सैनिकों को हटाए जाने का जिक्र भी किया और कहा कि देश की जनता ने उन्हें इस काम के लिए वोट दिया था। अभिभाषण में मुइज्जू ने कहा, "विदेशी सैनिकों को हटाने और मालदीव के खोए हुए जल क्षेत्र को वापस लाने के लिए बड़ी संख्या में लोग ने मेरी सरकार को वोट दिया। मेरी सरकार को देश को नुकसान पहुंचाने वाले समझौतों को रद्द करने, विदेशी सैनिकों को हटाने और खोए हुए क्षेत्र को वापस लाने के लिए चुना गया था।" मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर संसद में कहा, "भारतीय सेना 10 मार्च 2024 से पहले तीन विमानन प्लैटफॉर्म में अपने सैन्यकर्मियों को बदलेगा। इसका पहला चरण 10 मार्च तक पूरा हो जाएगा और बाकि के भारतीय सैनिकों को 10 मई तक हटा लिया जाएगा।" वहीं उन्होंने चीन के साथ संबंधो का विस्तार का जिक्र किया।
Created On :   5 Feb 2024 3:01 PM IST