CAA पर विवाद: अमेरिकी सीनेटर ने सीएए का किया विरोध, जानिए क्या है वजह
- अमेरिकी सीनेटर सीएए लागू होने से चिंतित
- भारत के मुस्लिम काफी परेशान हैं- बेन कार्डिन
- मजबूत रिश्ते धर्म के आधार पर न होकर मानवाधिकारों पर हो- कार्डिन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में हाल ही में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू हुआ है। जिसे लेकर अमेरिका लगातार विरोध कर रहा है। इस बीच अमेरिकी सांसद बेन कार्डिन ने भारत में सीएए लागू होने को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में सीएए लागू होने से हमें भारतीय मुसलमानों को लेकर चिंता हो रही है। सांसद कार्डिन ने कहा कि भारत को धर्म के आधार पर नहीं बल्कि, मानवाधिकारों के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
बता दें कि, अमेरिकी सांसद बेन कार्डिन विदेशी संबंध की समिति केअध्यक्ष हैं। उन्होंने भारत में लागू हुए सीएए को विवादास्पद कानून करार दिया है। उन्होंने कहा, 'भारत में सीएए लागू होने से मैं काफी चिंतित हूं। खास करके भारतीय मुस्लिमों पर इस कानून का क्या प्रभाव होगा, मुझे इस बात की चिंता हो रही है।'
बेन कार्डिन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच काफी मजबूत रिश्ते हैं। लेकिन, हम चाहते हैं कि यह मजबूत रिश्ते धर्म के आधार पर न होकर मानवाधिकारों के आधर पर हो। कार्डिन ने कहा कि सीएए लागू होने से भारत के मुस्लिम काफी परेशान हैं। इसमें सबसे बुरी बात यह है कि इस कानून को रमजान के समय ही लागू किया गया है। इस कानून को लेकर आने वाले समय में क्या होगा? इसे समझने की जरुरत है।
पहले भी दे चुके हैं भारत के खिलाफ बयान
हालांकि, यह पहला ऐसा मौका नहीं है जब अमेरिकी सीनेटर कार्डिन ने इस तरह के बयान दिए हैं। इससे पहले भी वह सीएए की आलोचना कर चुके हैं। तब भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि अमेरिका बिना तथ्यों के हिसाब से लोगों तक गलत जानकारी पहुंचाने का काम कर रहा है। जो कि अनुचित हैं। हांलाकि, इसी दौरान अमेरिका के हिंदू पीएसीटी और ग्लोबल हिंदू हेरिटेज फाउंडेशन ने सीएए का समर्थन किया।
ग्लोबल हिंदू हेरिटेज फाउंडेशन के वीएस नायपॉल ने बताया कि सीएए भारत के पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाला कानून है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है। इन देशों में जबरन धर्मांतरण, हत्या बलात्कार के अलावा वहां पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। इसके अलावा सीएए से भारतीय मुस्लिमों को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। इस कानून के जरिए भारत के पड़ोसी देशों से भागकर आए हिंदू, मुस्लिम, सिख और पारसी धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता मिलेगी।
Created On :   19 March 2024 9:20 PM IST