पाकिस्तान में हुए हिंसा को लेकर शहबाज सरकार ने बीजेपी और आरएसएस पर फोड़ा ठीकरा, खुद अपने ही लोगों ने सरकार को दिखाया आईना, इमरान समर्थकों ने जमकर मचाया उत्पात
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में जमकर बवाल मचा हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद मुल्क जल रहा है। खान की पार्टी (पीटीआई) के समर्थक जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तान में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि, लोग अब अपने घरों से बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। दरअसल, पीटीआई यानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कर्ता धर्ता इमरान खान को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो एक मुकदमे के सिलसिले में कोर्ट गए हुए थे। इसी मौके का फायदा उठाते हुए पाक रेंजर्स ने उन्हें कोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया था।
आपको बता दें कि, खान की गिरफ्तारी के लिए पिछले कई महीनों से पाकिस्तान की पुलिस फिराक में थी। आखिर लंबे अंतराल के बाद पाक की शहबाज सरकार को खान की गिरफ्तारी का मौका मिल ही गया। लेकिन शहबाज सरकार ने ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं लगाई होगी की इमरान की गिरफ्तारी पर पूरा देश ऐसा जल उठेगा। लेकिन इन सबसे इतर, अब इस पूरे घटना का जिम्मेदार बीजेपी और आरएसएस को ठहराया गया है। जी हां, शहबाज सरकार के विशेष सहायक अत्ता तरार ने बीते दिन यानी 10 मई को पाक मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, जो पाकिस्तान में आगजनी और बवाल हो रहा है उसका असली कसूरवार बीजेपी और आरएसएस है।
बीजेपी और आरएसएस पर लगाया आरोप
शहबाज शरीफ के विशेष सहायक अत्ता तरार ने मीडिया से कहा कि, आप अभी जो पाकिस्तान में देख रहे हैं वो सब पड़ोसी मुल्क हिंदुस्तान के आदमी हैं। मुल्क में जो भी आगजनी की घटनाएं शहर दर शहर हो रही है उसका जिम्मेदार भारत के बीजेपी और आरएसएस है। वो हमारे मुल्क में शांति नहीं होने देना चाहते हैं। अत्ता तरार ने आगे कहा कि, इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर भारत में जश्न मनाया जा रहा है मिठाइयां बांटी जा रही है। मैं कहता हूं कि इमरान की गिरफ्तारी में आरएसएस और बीजेपी वालों का ही हाथ है।
शहबाज शरीफ के सहायक की इस बोली को लेकर उनकी जबरदस्त खिंचाई हो रही है। सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें खूब ट्रोल कर रहे हैं। खुद उनकी अवाम अत्ता के बोल पर प्रश्न खड़ा कर रही है और पूछ रही है कि इमरान खान से आरएसएस और बीजेपी वालों का क्या लेना देना है।
19 लोगों की गई जान
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाक की हालात मौजूदा समय में ठीक नहीं है। अभी आर्थिक हालात से पाकिस्तान उभरा ही नहीं था। इसी बीच राजनीतिक उठा पटक की घटना सामने आ गई। अब ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की स्थिति और खराब हो सकती है। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद अलग-अलग हिंसा के जगहों से 19 लोगों की जान जाने की खबरें आ चुकी हैं। सबसे ज्यादा राजधानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी, खैबर पख्तून, लाहौर, कराची और पेशावर में हिंसा भड़की हुई है। जिसमें कई लोगों के घायल और मरने की खबरें आ चुकी हैं।
इमरान के समर्थक हुए हिंसक
बीते दिन पाकिस्तान से ये भी खबरें आई कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई समर्थकों ने सेना से जुड़े अफसरों के घरों को अपना निशाना बनाया है। पाक मीडिया के मुताबिक, आर्मी के घरों में घुसकर चोरी की जारी है और उसके बाद उसे आग के हवाले कर दिया जा रहा है। विदेशी मामलों के जानकर कहते हैं कि, अगर आने वाले दिनों में पाकिस्तान की शहबाज सरकार और आर्मी ने स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया तो मुल्क की हालत बद से बदतर हो सकती है। वहीं इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर सेना को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कहा जा रहा है कि, सेना के इशारे पर ही सबकुछ हो रहा है। खान सेना के इशारे पर सत्ता में आए और जेल उसी के कहने पर गए हुए हैं। बता दें कि, यह किसी से छुपा नहीं है कि पाकिस्तान की सेना मुल्क की राजनीति में कितना हस्तक्षेप करती है। पाकिस्तान के इतिहास में ऐसी कोई भी सरकार नहीं है जो सेना के इर्द गिर्द न घुमी हो।
Created On :   11 May 2023 10:30 AM IST