Manoj Kumar Death: हीरो बनने आए मनोज कुमार ने 19 की उम्र में निभाया बुढ़े भिखारी का रोल, 11 रूपये में लिखा सीन, यहां जाने एक्टर से जुड़े अनसुने किस्से

हीरो बनने आए मनोज कुमार ने 19 की उम्र में निभाया बुढ़े भिखारी का रोल, 11 रूपये में लिखा सीन, यहां जाने एक्टर से जुड़े अनसुने किस्से
  • 19 की उम्र में निभाया बुढ़े भिखारी का रोल
  • 11 रूपये में लिखा सीन
  • यहां जाने एक्टर से जुड़े अनसुने किस्से

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनोज कुमार के निधन की खबर से हिंदी सिनेमा जगत में शोक की लहर है। उनका जान फिल्म जगत के लिए एक बड़ी छती है। अपने फिल्मी करियर में मनोज कुमार ने यादगार फिल्में कीं, हिंदी सिनेमा को आगे बढ़ाने में अपना खास योगदान दिया। लेकिन उनका शुरुआती करियर कैसा रहा, उनके संघर्ष के दिन कैसे थे? उनसे जुड़े कई सारे किस्से सुनने को मिलते हैं। लेकिन एक इटव्यू के दौरान मनोज कुमार से कई किस्सों पर बात की थी। तो चलिए जानते हैं मनोज कुमार के करियर से जुड़े कुछ अनसुने किस्से जो उनके शानदार सफर को बखूबी बयान करते हैं।

फिल्म ‘फैशन’ में बने भिखारी

मनोज कुमार ने एक इटव्यू में बताते हैं कि वे हिंदी फिल्मों में हीरो बनने के लिए आए थे। लेकिन फिल्ममेकर लेखराज भाकड़ी, कुलदीप सहगल जिन्हें वह भाई साहब कहा करते थे, उन्होंने मनोज को फिल्म ‘फैशन(1957)’ में 90 साल के भिखारी का रोल दिया, उस समय उनरी की उम्र बस 19 साल थी। ऐसे में मनोज ने कुलदीप और लेखराज जी से पूछा कि आपने मेरे बारे में क्या सोचा है? इस पर उनका मनोज कुमार को जवाब था, ‘अभी तो तुम्हारा एक जूता भी नहीं घिसा है। यहां लोगों की उम्र निकल जाती है।’ इसके बाद मनोज कुमार ने ठान लिया कि हिंदी फिल्मों में नाम बनाना है, यही उम्र भर काम करना है।

11 रुपये में लिखा फिल्म का एक सीन

मनोज कुमार जब हीरो बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे उसी दौरान उन्हें अशोक कुमार यानी दादा मुनि की फिल्म का एक सीन लिखने का मौका मिला। इस सीन के लिए उन्हें 11 रुपये मिले थे। मनोज कुमार बताते हैं, ‘प्रोड्यूसर रोशन लाल मल्होत्रा ‘जमीन और आसमान’ नाम की फिल्म बना रहे थे, एक दिन वह स्टूडियो में परेशान बैठे थे। मैंने पूछा क्या हुआ मल्होत्रा साहब? वे बोले कि फिल्म के हीरो अशोक कुमार की डेट्स बड़ी मुश्किल से मिली हैं, लेकिन अब उन्हें फिल्म का एक सीन पसंद नहीं आ रहा है। इस पर मैंने कहा कि लाइए मैं इस सीन को दोबारा लिख देता हूं। मैंने सीन लिखा और ये अशोक कुमार जी को बहुत पसंद आया। प्रोड्यूसर रोशन लाल मल्होत्रा ने इसके लिए मुझे 11 रुपये दिए। इसके बाद मुझसे कई प्रोड्यूसर आकर फिल्मों के सीन लिखवाने लगे।’ राइटिंग करने के अलावा मनोज कुमार फिल्मों में हीरो बनने के लिए मेहनत करते रहे, फिल्में करते रहे।

डॉक्यूमेंट्री में काम करने के मिले 1000 रुपये

मनोज कुमार ने अपने करियर में कई ऐसी फिल्में बनाई जिसमें देशप्रेम की भावना नजर आईं। ये देशप्रेम की भावना मनोज कुमार के मन में शुरुआत से रही। उन्होंने शुरुआती करियर में ही एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘गंगू तेली’ की, यह फिल्म खादी का प्रचार करने के लिए बनाई गई थी। इस फिल्म में काम करने के लिए उन्हें 1000 रुपये मिले थे।

शादी के बाद रिलीज हुई फिल्म बनीं सिल्वर जुबली

मनोज कुमार ने 25 साल की उम्र में शशि गोस्वामी से लव मैरीज की थी। शादी से पहले उन्होंने एक फिल्म ‘हरियाली और रास्ता(1962)’ खत्म की थी। इस फिल्म के लिए मनोज कुमार को 11 हजार रुपये साइनिंग अमाउंट मिला था। लेकिन यह फिल्म उनकी शादी के बाद रिलीज हुई। यह मनोज कुमार की पहली फिल्म थी, जो सिल्वर जुबली रही। ऐसे में मनोज कुमार की पत्नी अकसर कहा करती थीं कि उनके गुड लक के कारण ऐसा हुआ। मनोज कुमार भी मजाक में कहा कहते थे, ‘हां, मैं तो मजदूर आदमी हूं।’

बनाई 80 के दशक की सबसे महंगी फिल्म

मनोज कुमार ने फिल्म बनाई थी क्रान्ति। इस फिल्‍म को 80 के दशक की सबसे महंगी फिल्‍मों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि जब फिल्‍म की शूटिंग शुरू हुई थी तो प्रोड्यूसर्स और कुछ मेकर्स ने हाथ पीछे खींच लिया। ऐसे में फिल्‍म का पूरा पैसा मनोज कुमार को ही लगाना पड़ा। इसको बनाने के लिए मनोज कुमार ने अपने दिल्‍ली वाले बंगले और मुंबई में एक जमीन को बेचना पड़ गया था। 80 के दशक में बनी इस फिल्‍म का बजट 3 करोड़ रुपए था। इस फिल्‍म में मनोज कुमार के अलावा दिलीप कुमार, हेमा मालिनी, शशि कपूर से लेकर प्रेम चोपड़ा, शत्रुघ्‍न सिन्हा और परवीन बॉबी जैसे कलाकार थे।

Created On :   4 April 2025 12:16 PM IST

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