दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: वोटिंग के बाद ऐसी कौन सी स्याही का होता है इस्तेमाल, जो नहीं छूटता है हफ्तों तक निशान, जानें कौन सा है वो केमिकल?
- दिल्ली में विधानसभा चुनाव जारी
- लगातार लोग कर रहे हैं वोटिंग
- इस इंक का होता है इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के लिए बुधवार यानी 5 जनवरी की सुबह से ही वोटिंग जारी है। आज सभी लोग दिल्ली की समेत 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है। लेकिन आपने ध्यान दिया होगा कि वोटिंग करने के बाद जो उंगली में स्याही लगाई जाती है वो बहुत ही ज्यादा दिन तक रहती है। कई लोगों के मन में ये सवाल होगा कि आखिर उस स्याही में ऐसा क्या होता है जो वो इतने दिन तक उंगलियों पर टिका रहता है। तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्यों लगाई जाती है चुनाव के बाद इंक?
देश में विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, हर चुनाव में मतदान करने के बाद उंगलियों पर इंक लगाते हैं। इंक लगाने से ये पक्का हो जाता है कि, उस व्यक्ति ने अपना वोट दे दिया है और इससे ये भी पक्का हो जाता है कि इसने एक बार दे दिया है तो अब ये दोबारा अपना वोट नहीं दे सकता है। क्योंकि चुनाव आयोग की तरफ से जिस इंक का इस्तेमाल होता है वो जल्दी नहीं छूटती है। इसलिए ही इसको इंडेलिबल इंक के नाम से भी जानते हैं। इस इंक में एक खास तरह के केमिकल का इस्तेमाल होता है जिससे ये इंक जल्दी हाथों से नहीं छूटती है।
किस केमिकल का होता है इस्तेमाल?
बता दें, चुनावी स्याही बनाने के लिए सिल्वर नाइट्रेट केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। मिली जानकारी के मुताबिक, सिल्वर नाइट्रेट का इस्तेमाल इसलिए होता है क्योंकि ये पानी के संपर्क में आने से तुरंत काला हो जाता है और जल्दी छूटता भी नहीं है। जब चुनाव अधिकारी वोटर की उंगली पर नीली इंक लगाते हैं, इससे सिल्वर नाइट्रेट हमारे शरीर में मौजूद एनएसीएल यानी नमक के साथ मिलकर क्लोराइड बना देता है, जो कि काले रंग का हो जाता है। इसलिए ही सिल्वर क्लोराइड पानी में जाके घुलता नहीं है और हमारी स्किन में ही जुड़ा रहता है। रोशनी के संपर्क में आकर ये निशान और ज्यादा डार्क हो जाता है। ये बहुत ही जल्दी अपना निशान तो छोड़ती ही है साथ ही एल्कोहल होने की वजह से कुछ सेकंड में ही सूख भी जाती है।
Created On :   5 Feb 2025 2:50 PM IST