भास्कर एक्सक्लूसिव: महाराष्ट्र के किस क्षेत्र में होगी बीजेपी और कांग्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर, कहां रहेगा शरद पवार का दबदबा!
- महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होंगे विधानसभा चुनाव
- विदर्भ और मराठवाड़ा पर सभी पार्टियों की नजर
- पश्चिम महाराष्ट्र में शरद पवार का रहेगा दबदबा!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग है। जिसे लेकर राज्य में महाविकास अघाड़ी (MVA) और महायुति (NDA) गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। लोकसभा और विधानसभा के हिसाब से यह राज्य काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। राज्य छह अलग-अलग क्षेत्रों में बंटा हुआ है। जिसमें अलग-अलग पार्टियों का दबदबा है।
महाराष्ट्र में जिन क्षेत्र पर सियासत घूमती है। उनमें विदर्भ की 62, मराठवाड़ा की 46, पश्चिमी महाराष्ट्र की 70, ठाणे-कोंकण की 39, मुंबई की 36 और उत्तर महाराष्ट्र की 35 सीटें शामिल हैं। राज्य में कोई भी पार्टी पूर्ण रूप से प्रभावी नहीं है। शायद यही वजह है कि यहां 40 सालों से कोई भी पार्टी अकेले अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई है।
2014 के विधानसभा चुनाव में क्या रहा हाल
2014 के चुनाव में चार पार्टियां महत्वपूर्ण रूप से हावी रही। जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस, शिवसेना (विभाजन से पहले) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का नाम शामिल है। इस चुनाव में इन चारों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। जिसके चलते यहां त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। बीजेपी को 122 सीटें मिलीं। वहीं, शिवसेना को 63 और कांग्रेस को 42 सीटें मिली। इसके अलावा एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। वहीं, कांग्रेस-एनसीपी सरकार के 15 साल बाद सत्ता विरोधी लहर के चलते बीजेपी और शिवसेना पर महाराष्ट्र की जनता ने भरोसा दिखाया। फिर राज्य में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन करके सरकार बनाई। इस दौरान ठाणे-कोंकण, मुंबई और मराठवाड़ा में बीजेपी और शिवसेना के बीच आमने-सामने की फाइट हुई। वहीं, विदर्भ और उत्तर महाराष्ट्र में बीजेपी और कांग्रेस की बीच आमने-सामने की टक्कर रही। इसके अलावा बीजेपी को पश्चिमी महाराष्ट्र में एनसीपी से सीधा फाइट करना पड़ा।
2019 का विधानसभा चुनाव
2019 के महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर शानदार प्रदर्शन किया। राज्य की जनता ने इस गठबंधन पर दोबारा भरोसा जताया। दोनों पार्टी एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव लड़े थे। तब इनका मुकाबला सीधे तौर पर कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन (महाविकास अघाड़ी) से था। इस चुनाव में एनडीए को कुल 161 सीटों पर जीत मिली थीं। जिसमें बीजेपी को 105 और शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, महाविकास अघाड़ी को 98 सीटों पर जीत मिली थी। जिसमें कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिलीं। भले ही इस चुनाव में एनडीए ने बढ़त बनाई थी। लेकिन पश्चिमी महाराष्ट्र में एनसीपी ने शानदार प्रदर्शन किया। जिसके चलते यहां एनडीए पिछड़ गई। इस चुनाव की खास बात यह है कि बीजेपी ने कई क्षेत्रों में कम सीटें जीतीं। खासकर विदर्भ में जहां किसान आत्महत्याओं और किसान संकट का मुद्दा काफी ज्यादा हावी रहा।
2024 लोकसभा चुनाव
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं, एनडीए यानि महायुति यहां काफी पिछड़ गई। राज्य में महाविकास अघाड़ी को 30 सीटें मिलीं। वहीं, महायुति के खाते में केवल 17 ही सीटें आई थी। इसके अलावा एक सीट अन्य को मिला था। इस चुनाव में विधानसभा सीटों के आंकड़ों के हिसाब से एमवीए ने 153 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, महायुति केवल 126 सीटों पर ही आगे रही। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उत्तर महाराष्ट्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन यहां विधानसभा की 35 सीटें ही हैं। ऐसे में बीजेपी को राज्य में बड़े क्षेत्र वाले हिस्से को टारगेट करना पड़ेगा। ताकि बीजेपी विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। वहीं, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में विदर्भ और मराठवाड़ा में बेहतर प्रदर्शन किया है। शिवसेना यूबीटी ने मुबंई और एनसीपी-एसपी ने पश्चिमी महाराष्ट्र में बढ़त बनाई है।
इस चुनाव कैसी रह सकती है परिस्थिति
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस बार के चुनाव में विदर्म में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रहेगी। यहां किसान संकट और किसानों की आत्महत्या का मुद्दा जोरों पर है। मराठवाड़ा में कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव) बनाम बीजेपी और शिवसेना (शिंदे) के बीच आमने-सामने की लड़ाई है। वहीं, उत्तर महाराष्ट्र में लोकसभा के हिसाब से यहां बीजेपी की पकड़ काफी मजबूत दिखाई दे रही है। इसके अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र में एनसीपी (अजित पवार) और बीजेपी बनाम कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) के बीच आमने-सामने की लड़ाई होगी। वहीं, बात करें ठाणे-कोंकण में शिवसेना (शिंदे) की पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है। हालांकि, इस बार हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों ने सभी को चौंका दिया है। जिसके चलते राजनीतिक जानकार भी महाराष्ट्र चुनाव की भविष्यवाणी करने से बच रहे हैं।
Created On :   19 Oct 2024 6:13 PM IST