इस शुभ मुहूर्त पर बांधे राखी, होगें कई लाभ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रवाण मास के आखिरी दिन यानी कि पूर्णिमा पर रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2021) का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार यह त्यौहार 22 अगस्त, 2021 रविवार को मनाया जा रहा है। आपको बता दें कि इस पर्व के साथ ही सावन का महीना समाप्त हो जाता है। इसके अगले दिन 23 अगस्त से भाद्रपद मास की शुरूआत होगी। श्रावन मास में रक्षा बंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध कर उनकी लंबी उमर की कामना करती हैं।
राखियां रेशम और कई प्रकार की होती हैं, राखी बांधने के साथ ही भाई के सर पर तिलक लगा कर उनका मुंह मिठा कराया जाता है। वहीं भाई अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। यह त्योहार भाई-बहन के अटूट प्यार को दिखाता है। इस पर्व का क्या महत्व और क्या है शुभ मुहूर्त, आइए जानते हैं इस पर्व के बारे में...
सद्गुरु ने बताई शिव और पार्वती के विवाह की अनोखी कहानी
शुभ मुहूर्त
इस बार रक्षा बंधन के दिन बन रहे हैं दो शुभ योग, पूर्णिमा के दिन धनिष्ठा नक्षत्र को योग होगा और इसके साथ शोभन योग भी मौजूद होगा। यह दोनो योग इस दिन को और महत्वपूर्ण बना देंगे।
शोभन योग: सुबह 06:15- सुबह 10:34 तक
धनिष्ठा नक्षत्र: शाम के 07:39 मिनट तक
सबसे शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:42 – शाम 04:18 तक
क्या हैं मंदिरों के पास रहने के फायदे? जानिए सद्गुरु से
भूल कर भी ना बांधे ऐसी राखी
ब हम बाजार से राखी खरीद कर लाते हैं तो उनमें से कुछ राखियां टूट जाती हैं, उन टूटी हुई राखियों का इस्तेमाल अपशगुण माना जाता है। हमें भूल कर भी उन राखियों को नहीं बांधना चाहिए। इसके अलावा प्लास्टिक से बनी राखियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इसे केतु का पदार्थ माना जाता है इससे अपयश का आगमन होता है।
Created On :   20 Aug 2021 5:02 PM IST