गंगा स्नान के बाद करें ये काम, दान पुण्य का मिलेगा शुभफल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू पंचांग में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व है, जो कि इस बार 5 फरवरी 2023 को मनाई जाएगी। इसे माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि, इस दिन गंगा स्नान और दान करने से व्यक्ति के सारे पाप मिट जाते हैं। ऐसी मान्यता है माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु स्वयं गंगा नदी में स्नान करने आते हैं। इसलिए जो भी माघ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करता है उसको सभी तरह के पुण्य लाभ मिलते हैं।
वहीं इस दिन स्नान और दान का काफी महत्व होता है। पुराण के अनुसार बाकी के महीनों में जप, तप और दान से भगवान विष्णु उतने प्रसन्न नहीं होते जितने कि वे माघ मास में स्नान करने से होते हैं। माघ मास स्नान के आलावा दान का विशेष महत्व है। दान में तिल, गुड़ और कंबल का विशेष पुण्य है।
तिथि और मुहूर्त
तिथि आरंभ: 4 फरवरी, रात 09 बजकर 29 मिनट से
तिथि समापन: 5 फरवरी, रात 11 बजकर 58 मिनट तक
स्नान का शुभ समय: 5 फरवरी, सुबह 05 बजकर 22 मिनट से सुबह 06 बजकर 14 मिनट तक
ऐसे करें पूजा
1. गंगा स्नान के बाद सूर्यदेव को प्रणाम करें।
2. सूर्य को अर्घ्य दें। इसके बाद माघ पूर्णिमा व्रत का संकल्प लें।
3. अब भगवान शिव और विष्णु की पूजा करें।
4. ॐ घृणि सूर्याय नमः मन्त्र का जाप करें।
5. पूजा के बाद दान दक्षिणा करें और दान में विशेष रूप से काले तिल प्रयोग करें।
6. अनाज, वस्त्र, फल, बर्तन, घी, गुड़, जल से भरा घड़ा दान करें। ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलेगी।
7. पितरों का श्राद्ध करें। इससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   3 Feb 2023 2:28 PM IST