पीयूसीएल और सीपीआई-एम ने की छात्रा की आत्महत्या की जांच की मांग
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) और सीपीआई-एम ने तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में कक्षा 12वीं की छात्रा की आत्महत्या की विस्तृत जांच की मांग की है। सीपीआई-एम के राज्य सचिव के. बालकृष्णन ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि स्कूल प्रशासकों के बयानों में कई गड़बड़ियां हैं, जो हमारी फैक्ट-फाइडिंग टीम ने नोटिस की है। इसलिए हम चाहते हैं कि इस मामले में पुलिस से विस्तार से जांच हो ताकि पता चले कि छात्रा की आत्महत्या के पीछे क्या कारण थे।
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने रविवार को एक बयान में कहा कि सीबी-सीआईडी को विस्तृत जांच करनी चाहिए और छात्रा की मौत के पीछे की सच्चाई को सामने लाने के लिए उसके सहपाठियों और स्कूल के चौकीदारों के बयान भी लिए जाने चाहिए।
कल्लाकुरिची के एक प्राइवेट स्कूल की क्लास 12वीं की छात्रा 13 जुलाई को छात्रावास परिसर के पास मृत पाई गई, जिसके कारण व्यापक विरोध हुआ था। 16 जुलाई को बड़े पैमाने पर आगजनी हुई थी और लगभग 30 स्कूली बसों को और एक पुलिस वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया। स्कूल में तोड़फोड़ की गई, जिसमें लगभग बेंच, डेस्क, पंखे और अन्य बिजली के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए।
पीयूसीएल ने बयान में कहा, हमारी फैक्ट-फाइडिंग रिपोर्ट के अनुसार, लड़की की मां के बयान में और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि लड़की के हाथ या पैर में कोई फ्रैक्चर नहीं था। लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट के कई निशान थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मामले में मेडिको-लीगल केयर के दिशा-निर्देश और प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।
पीयूसीएल ने वास्तविक प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के साथ-साथ उन बदमाशों का पता लगाने का भी आह्वान किया, जिन्होंने स्कूल बसों को आग लगायी थी।
सोर्सः आईएएनएस
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Created On :   22 Aug 2022 12:00 PM IST