भानपुरा पुलिस ने 88 घण्टों में पकड़े हत्या के आरोपी, आपराधिक मानसिकता का दुष्परिणाम हैं बच्चों में बढ़ती आपराधिक छवि
- बच्चों पर बनाए रखें नजर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के मंदसौर में हुए हिमांशु मर्डर केस में पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया के नेतृत्व में भानपुरा पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी भानपुरा के बताए जा रहे है। थाना भानपुरा में दर्ज अपराध क्र.150/2022 धारा 302,34 भादवि मे आरोपीगणों को गिरफ्तार किया गया हैं। आरोपी विनय जादौन, अश्मीर मंसूरी, दीपक गुर्जर तीनों को भानपुरा का निवासी बताया जा रहा हैं। आरोपियों से एक सिल्वर रंग की हीरो एच एफ डीलक्स गाड़ी और एक खटकेदार शिकारी चाकू जब्त किया है। गिरफ्तारी करने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया कोर्ट ने सभी आरोपियों को पांच दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 11.04.2022 को रात्री में तीन व्यक्तियों ने शीतला माता मोहल्ला मंदिर के पास 22 वर्षीय भानपुरा निवासी हिमांशु पिता तुलसीदास वैष्णव की चाकूयों से हमला किया। आरोपियों ने हिमांशु पर कई वार हमले किये, बाद में ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
क्राइम के पीछे आपराधिक मानसिकता, अपराधियों को पुलिस ने ऐसे खोज निकाला
302 ग्रुप- किसी भी अपराध के पीछे आपराधिक मानसिकता का महत्वपूर्ण योगदान होता है।इस अपराध के पीछे की मानसिकता को जानने के लिए कि इस ग्रुप को जानना भी अत्यंत आवश्यक है। क्षेत्र में कम उम्र के लड़कों का एक ग्रुप मौजूद है जो इंस्टाग्राम पर एक्टिव रहते हैं तथा अपनी इन्स्टा आइडी में आख़िर में _302 लिखते हैं। इस ग्रुप के लड़के एक दूसरे के फॉलोअर्स हैं । ये लड़के आपस में अवैधानिक कंटेंट शेयर करते हैं और आपस में आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की बातें लिखते हैं। ऐसा लगता है कि इस ग्रुप के लड़के कुख्यात अपराधियों से प्रेरित हैं तथा ये लड़के खलनायकों को अपना महानायक मानते हैं। इन लड़कों की प्रोफ़ाइल ID पर जो फोटोग्राफ एवं वीडियोग्राफ़ होते हैं, वे सभी अपराध को बढ़ावा देने व उसको महिमा मंडित करने के संबंध में ही होते हैं। एक लड़के कि प्रोफाईल आईडी पर डला हुआ बायो इस ग्रुप के लड़को की मानसीकता को स्पष्ट रुप से परिभाषित करता है -“जो हमारी आँखों में खटकते है ,वे सीधा जाकर शमशान में भटकते है।” जिस तरह कुख्यात ”पबजी गेम” बच्चों के बीच लोकप्रिय है उसी तरह ये ग्रुप भी कम उम्र के लड़कों के बीच काफ़ी लोकप्रिय है। जिस प्रकार कुख्यात ”पबजी गेम” बच्चों को इतना अधिक सम्मोहित कर लेता है कि बच्चे उस गेम के लेवल को पूरा करने के लिए आत्महत्या तक कर लेते हैं उसी प्रकार ”_302 ग्रुप” के लडके अपराध से इतने अधिक सम्मोहित हैं कि वे हत्या करने के लिए भी तैयार रहते है बल्कि इस प्रकार के अपराधों को अपनी शान समझते हैं। विनय जादौन की पाँच इंस्टा ID एक्टिव थी जिन सभी में पीछे 302 लगा हुआ था। अवैध हथियारों के साथ खिंचाईं गई फ़ोटो तथा घोर आपराधिक मानसिकता की बातें विनय जादौन एवं साथियों की इन्स्टा आइडी पर देखी जा सकती हैं।
जब एसी घोर आपराधिक मानसिकता के व्यक्ति को मृतक ने चोट पहुँचा दी जिससे उसे खून निकल आया तो उसने उसी समय संकल्प ले लिया कि मुझे इस हमले का बदला लेना है। उसने अपने साथियों को कई बार यह कहा था कि मेरे पिता ने मुझे एक बार भी हाथ नहीं लगाया और इसने मेरा खून निकाल दिया, मैं इसे नहीं छोड़ूंगा। उसने अपने साथियों के साथ योजना बनायी तथा अवैध चाक़ू का जुगाड़ करके बदला लेने के उद्देश्य से अपने साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीक़े से हिमांशु बैरागी को घेरने का प्रयास करने लगा। दिनांक 11.04.22 की रात को उसे यह मौक़ा मिल गया और जब हिमांशु एक शादी में खाना खाकर वापस लौट रहा था तब उसे शीतला माता मंदिर के पास अपने साथियों की मदद से घेर लिया और उस पर अंधाधुंध ताबड़तोड़ चाकुओं से वार करके भाग गया। अपराध क़ायम होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक महोदय ने तत्परता से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय एवं SDOP महोदय के नेतृत्व में थाना प्रभारी भानपुरा निरीक्षक अवनीश श्रीवास्तव, चौकी प्रभारी भैंसौदा मंडी उनि रितेश नागर, उपनिरीक्षक बलवीर सिंह यादव,सउनि गेंदालाल पलासिया ने टीमें बनाकर अपराधियों की खोज में लगाया और 15.04.22 को सूचना मिली कि विनय एवं अश्मीर दोनों रावतभाटा में कहीं पर है, सूचना पर से टीम रावतभाटा भेजे गए जहाँ से सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लिया गया दोनों आरोपियों ने पकड़े जाने पर घटना का कारण, पूर्व में हुई मारपीट ही होना स्वीकार किया है । अन्य आरोपी दीपक गुर्जर कि गिरफ्तारी ग्राम सानडा थाना भानपुरा से की गई है। घटना के अन्य बिंदुओं पर अनुसंधान जारी है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि इंटरनेट की दुनिया से अत्यधिक प्रभावित इन लड़कों ने आलाजरब शिकारी चाक़ू भी “फ्लिपकार्ट” से मँगवाकर हासिल किया था। दिनांक 16.04.22 को आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया, अदालत से आगे की पूछताछ के लिए आरोपियों को पाँच दिन के लिए रिमांड पर लिया गया है जिससे घटना से संबंधित अन्य बिंदुओं पर जानकारी मिल सकेगी ।
Created On :   17 April 2022 8:25 AM GMT