कमलेश तिवारी की मां बोली- हत्यारों को 'फांसी' दो

कमलेश तिवारी की मां बोली- हत्यारों को 'फांसी' दो

डिजिटल डेस्क, सीतापुर। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में गुजरात ATS द्वारा मुख्य आरोपी अशफाक और मोईनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद कमलेश की मां कुसुम तिवारी ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने बताया कि मामले पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई से वह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि "हम आरोपियों की गिरफ्तारी से बहुत खुश हैं, उन सभी को फांसी दे दी जानी चाहिए। मैं सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हूं।"

 

बता दें कि इन दोनों आरोपियों को गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से अरेस्ट किया गया है। दोनों ही सूरत के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। दोनों को उत्तर प्रदश पुलिस को सौंपा जाएगा। इससे पहले तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिन्हें लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया।

गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने कहा, "दो वॉन्टेड आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान को श्यामलाजी के पास गुजरात-राजस्थान सीमा से गिरफ्तार किया गया है। गुजरात एटीएस को जानकारी थी कि वे गुजरात में प्रवेश करने जा रहे हैं, उसी आधार पर हमने अपनी टीम को सीमा पर मूव किया और उन्हें पकड़ लिया।" 

लखनऊ में कमलेश तिवारी से मिलने दोनों अपना असली नाम बदलकर गए थे। अशफाक जहां रोहित तो वहीं मोइनुद्दीन संजय बनकर कमलेश तिवारी से मुलाकात करने पहुंचा था। हत्याकांड के बाद जब आरोपियों के पास पैसा खत्म हो गया तो उन्होंने अपने परिवारवालों और करीबियों से संपर्क किया। इस दौरान एटीएस गुजरात की टीम उन पर लगातार नजर रख रही थी।

अशफाक जाकिर हुसैन शेख (34) पेशे से मेडिकल रीप्रजेंटेटिव और मोइनुद्दीन फूड डिलिवरी बॉय का काम करता था।" अशफाक सूरत के लिंबायत स्थित ग्रीन व्यू अपार्टमेंट का रहने वाला है जबकि मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान उमारवाड़ा स्थित लो कास्ट कॉलोनी का रहने वाला है।

 

 

 

कमलेश तिवारी अयोध्या टाइटल सूट मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपीलकर्ताओं में से एक थे। इस मामले में शनिवार को सूरत से मौलाना मोहसिन शेख (24), राशिद अहमद पठान (22) और फैजान शेख (21) को उत्तर प्रदेश पुलिस, गुजरात एटीएस और क्राइम ब्रांच, सूरत ने एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया था। अहमदाबाद की कोर्ट ने इन तीनों आरोपियों की 72 घंटों की ट्रांजिट रिमांड मंजूर की है।

उप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ़पी़ सिंह ने कहा था कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले और गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या साल 2015 में दिए गए विवादित बयान के कारण की गई है।

लखनऊ में शुक्रवार को कमलेश तिवारी की उनके घर में ही गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे भगवा कुर्ता पहने थे और मिठाई के डिब्बे में तमंचा व चाकू लेकर आए थे। हमले से चंद मिनट पहले पान मसाला लेने गया उनका बेटा जब लौटा तो कमलेश खून से लथपथ मिले। पड़ोसियों की मदद से कमलेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

Created On :   23 Oct 2019 8:24 AM IST

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