Hathras Case : पीड़िता के पिता और दोनों भाईयों से CBI ने 6 घंटे पूछताछ की, गांव में लगाया अस्थाई टेंट

Hathras Case: CBI questioned for 6 hours by victims father and both brothers
Hathras Case : पीड़िता के पिता और दोनों भाईयों से CBI ने 6 घंटे पूछताछ की, गांव में लगाया अस्थाई टेंट
Hathras Case : पीड़िता के पिता और दोनों भाईयों से CBI ने 6 घंटे पूछताछ की, गांव में लगाया अस्थाई टेंट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाथरस गैंगरेप मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने बुधवार को पीड़िता के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। जांच एजेंसी ने 6 घंटे तक पीड़िता के पिता और दोनों भाई से पूछताछ की। CBI की टीम ने उन्हें 6 बजकर 40 मिनट पर छोड़ा। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें CBI के अस्थायी कार्यालय से गांव ले जाया गया है। 

सीबीआई टीम रिकॉर्ड जुटाने जिला अस्पताल पहुंची
आज सीबीआई अधिकारियों ने पीड़िता के इलाज संबंधी रिकॉर्ड जुटाने के लिए कस्बे के सरकारी जिला अस्पताल का दौरा किया। यहां अपने एक घंटे के दौरे में सीबीआई की टीम ने अस्पताल में डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की। कथित तौर पर 14 सितंबर को लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जानलेवा हमले के बाद उन्होंने पीड़िता को दिए गए इलाज पर जानकारी हासिल की।

मंगलवार को क्राइम सीन पर चार घंटे बिताए थे सीबीआई ने
बता दें कि सीबीआई की टीम मंगलवार को पहली बार क्राइम सीन पर पहुंची थी। सीबीआई ने करीब चार घंटे क्राइम सीन पर गुजारे, यहां वीडियोग्राफी की, इलाके को सील किया। साथ ही इसी स्थान पर पीड़िता के भाई और मां से सवाल किए। इसके अलावा सीबीआई की टीम उस स्थान पर भी गई, जहां पीड़िता के शव को जलाया गया था। वहां पर भी पीड़िता के बड़े भाई से जानकारी ली गई। गांव से लौटते वक्त सीबीआई पीड़िता के भाई को साथ ले गई, करीब चार घंटे बाद उसे जाने दिया। हालांकि, पीड़िता के भाई ने कहा कि इस दौरान कोई सवाल नहीं हुए। पिछले तीन दिनों से हाथरस में रह रही सीबीआई की टीम ने उत्तर प्रदेश पुलिस से मामले से संबंधित सभी दस्तावेज एकत्र किए हैं।

14 सितंबर को हुई थी गैंगरेप की घटना
बता दें कि हाथरस में हुई गैंगरेप की घटना को एक महीना हो गया है। 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी, 29 सितंबर को पीड़िता की दिल्ली में मौत हो गई थी। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने आनन-फानन में पीड़िता के शव को जला दिया, जिस पर विवाद हुआ। यूपी सरकार ने पहले इस मामले में एसआईटी का गठन किया, फिर जांच को सीबीआई के हवाले कर दिया।

Created On :   14 Oct 2020 10:22 PM IST

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