भोपाल में हैवानियत: पीड़िता गिड़गिड़ाई ‘मेरे साथ कुछ भी कर लो, लेकिन जान से मत मारो’, राहुल ने कहा- यही है सरकार के बेटी बचाओ का सच!
डिजिटल डेस्क, भोपाल। उसने धक्का दिया तो मैं सड़क पर गिर गई। मेरी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। इसके बाद उसने पत्थर उठाया और मेरे सिर व गले पर लगातार वार करने लगा। मैंने बस इतना कहा कि मेरे साथ कुछ भी कर लो, लेकिन जान से मत मारो। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाली युवती ने अपने साथ हुई हैवानियत बयां की तो पुलिसवालों की आंखें भी नम हो गईं। उनकी रूह तक कांप उठी। पीड़िता की हालत ऐसी है कि वह अगले छह महीने बिस्तर से हिल भी नहीं सकती।
भोपाल के कोलार इलाके में घटित हुई इस दिल दहला देने वाली घटना से हर कोई सन्न है। मामले को लेकर राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर भाजपा पर आरोप लगाते हुए अपना रोष जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भोपाल रेप पीड़िता एक महीने बाद भी न्याय से कोसों दूर है, क्योंकि भाजपा हमेशा पीड़िता को ही रेप का जिम्मेदार ठहराती है और कार्रवाई में ढील देती है, जिससे अपराधियों का फायदा होता है। उन्होंने आगे लिखा कि यही है सरकार के बेटी बचाओ का सच!
पीड़िता ने सुनाई आपबीती
भोपाल के कोलार इलाके में रहने वाली 24 साल की लड़की ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि मैं 16 जनवरी की शाम हर रोज की तरह टहलने निकली थी। जेके हॉस्पिटल के पास सामने से एक लड़का आया और मुझे तेजी से धक्का मारकर गिरा दिया। मैं सीधे सड़क किनारे पांच फीट गहरी खाई में गिर गई। इससे मेरी रीढ़ की हड्डी टूट गई। उसने झटके से मुझे झाड़ियों में पटक दिया। वह मेरे साथ घिनौनी हरकत करने लगा। अपने दांतों से जख्म दिए। मैं हाथ-पैर चलाकर बचती रही, लेकिन वह पीटता रहा।
‘मैं चिल्लाई तो उसने पत्थर उठाकर सिर पर कई बार मारा। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं। मुझे लगा वह मार डालेगा। मैं बेबस हो गई और जान बचाने के लिए मुझे गिड़गिड़ाते हुए आखिरकार कहना पड़ा- जो करना है कर लो पर पत्थर मत मारो। उसने पत्थर मारना बंद कर दिया, पांच मिनट तक शरीर से बदसलूकी करता रहा। मैं मदद के लिए चिल्लाई। मेरी आवाज सुनकर कुछ लोग आ गए तो दरिंदा भाग गया।’
हमले में सिर, गले में गंभीर चोटें, रीढ़ की हड्डी टूटी
पीड़िता को एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। उसे दरिंदे ने इस कदर पीटा था कि उसके सिर, गले में गंभीर चोटें आईं और उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। इस वजह से उसे करीब 10 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। बता दें, पीड़िता को अस्पताल से 25 जनवरी को डिस्चार्ज किया गया, लेकिन वह अभी अपनी मां की देखरेख में घर पर बिस्तर पर ही है। वह चल फिर तो क्या एक इंच हिल भी नहीं सकती।
रीढ़ की हड्डी में लगी रॉड
दरअसल, लड़की की रीढ़ की हड्डी में रॉड लगाई गई है और स्क्रू से उसे कसा गया है। साथ ही उसे हार्ड प्लास्टिक का एक कवर पहनाया गया है, जिसकी वजह से वह बिलकुल भी हिल नहीं सकती। हार्ड प्लास्टिक का एक कवर इसलिए पहनाया गया है ताकि वह हिल न सके और रीढ़ की हड्डी में जो स्क्रू लगाए गए हैं, उस पर असर न पड़े।
आरोपी पर दुष्कर्म की कोशिश और जान लेवा हमले की धाराएं बढ़ाईं
मामले में डीआईजी इरशाद वली ने कहा 16 जनवरी को आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी। उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। वह अभी जेल में है। उसकी दो बार जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है। इस केस में जांच के बाद दुष्कर्म की कोशिश और जान लेवा हमले की धाराएं बढ़ा दी गई हैं। मामले में एसआईटी जांच कर रही है। तथ्य सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Created On :   19 Feb 2021 9:21 PM GMT