क्या मौजूदा सीजन में पहली जीत दर्ज कर पाएगी मुंबई इंडियंस?
- मुंबई को अब अपने युवा खिलाड़ियों को देना चाहिए मौका
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पिछले मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी ने मैच की आखरी गेंद पर चौका जड़कर मुंबई के मंसूबो पर पानी फेर दिया। लीग की सबसे सफल टीम का सफर मौजूदा सीजन में लगभग खत्म हो गया है और उसे अभी भी 7 मैच खेलने के बाद पहली जीत की तलाश है। लेकिन मुंबई के सात मैच बाकी है और वह इस दौरान बाकी टीमों के समीकरण बिगाड़ सकती है क्योंकि यहां से वापसी करना लगभग असंभव है।
उधर, लीग की नई टीमों में से एक लखनऊ सुपर जायंट्स का प्रदर्शन केएल राहुल की कप्तानी में मिला-जुला रहा है। टीम ने 7 में से 4 मैचों जीत हासिल की है वहीं उसे 3 में हार का सामना करना पड़ा है। पिछले मुकाबले में उसे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों 18 रन से मात मिली थी तो निश्चित ही आज लखनऊ मुंबई के दवाब में होने का फायदा उठाकर जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी।
फिलहाल, लखनऊ पॉइंट्स टेबल में 5वें स्थान पर है।
कमाल की फॉर्म में है लखनऊ के कप्तान
कप्तान केएल राहुल अपनी टीम को आगे से लीड कर रहे है। मौजूदा सीजन में वह कमाल की फॉर्म में है, जहां वह सात मैचों में अभी तक 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। राहुल का प्रदर्शन मुंबई के खिलाफ काफी शानदार रहा है, उनका 2018 से मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेली नौ पारियों में 94.5 का औसत रहा है, जिसमें तीन नाबाद और 90 से अधिक के तीन स्कोर शामिल हैं। उनके खिलाफ उन्होंने 24, 94, 71, 100*, 17, 77, 60* की पारियां खेली है है। इस सीजन भी राहुल के बल्ले से नाबाद 103 रन की पारी भी मुंबई के खिलाफ ही आई थी।
राहुल टूर्नामेंट में अभी तक 142 की स्ट्राइक रेट से 265 रन बना चुके हैं और उनका रिकॉर्ड बुमराह के खिलाफ काफी शानदार रहा है, जहां उन्होंने 99 गेंदों पर 62 की औसत और 125.25 के स्ट्राइक रेट से 124 रन बनाए है। हालांकि, इस दौरान बुमराह ने उन्हें दो बार पवेलियन का रास्ता भी दिखाया है।
मनीष पांडेय की फॉर्म ने बढ़ाई चिंता
लखनऊ की टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी बनी हुई है पोजीशन-3, जहां मनीष पांडेय और एविन लुइस अभी तक प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए है। हालांकि, एक-एक मैच में दोनों ने अच्छी बल्लेबाजी की थी, जहां पांडेय ने मुंबई के खिलाफ 38 वहीं लुइस ने चेन्नई के खिलाफ 55 रन की पारी खेली थी लेकिन दोनों ही बल्लेबाज अभी तक कंसिस्टेंट नहीं रहे है।
मध्यक्रम में दीपक हुड्डा, आयुष बदोनी और क्रुणाल पंड्या का योगदान बरकरार है।
मुंबई को अब अपने युवा खिलाड़ियों को देना चाहिए मौका
मुंबई इंडियंस की विफलता का सबसे बड़ा कारण रहा उसके अनुभवी खिलाड़ियों का फ्लॉप रहना। मिड-सीजन तक, कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशन अभी भी फॉर्म तलाश रहे है। कीरोन पोलार्ड अभी तक एक पारी में 25 रन का आकड़ा नहीं छू पाए है। लीग के सबसे सफल गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सात मैचों में केवल चार विकेट ले पाए हैं। टीम के लिए अभी तक सिर्फ तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव और डेवाल्ड ब्रेविस लड़ते हुए नजर आए है।
टीम जब लगभग प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है तो उसे भविष्य के लिए अब अपनी बेंच को मौका देना चाहिए।
ऐसी हो सकती है प्लेइंग-11
मुंबई इंडियंस: रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), देवाल्ड ब्रेविस, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, कीरोन पोलार्ड/टिम डेविड, ऋतिक शौकीन/मयंक मार्कंडे, जयदेव उनादकट, डेनियल सैम्स , रिले मेरेडिथ, जसप्रीत बुमराह
लखनऊ सुपर जायंट्स: केएल राहुल (कप्तान), क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), मनीष पांडे/के गौतम, दीपक हुड्डा, क्रुणाल पांड्या, आयुष बदोनी, मार्कस स्टोइनिस, जेसन होल्डर, दुष्मंता चमीरा, अवेश खान, रवि बिश्नोई
Created On :   24 April 2022 4:10 PM IST