Racial Abuse: नस्लीय टिप्पणी पर सचिन का बयान- क्रिकेट भेदभाव नहीं करता, ऐसे लोगों के लिए मैदान में कोई जगह नहीं
डिजिटल डेस्क, सिडनी। सिडनी टेस्ट में भारतीय खिलाड़ियों पर की गई नस्लीय टिप्पणी पर अब पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का बयान सामने आया है। सचिन तेंदुल्कर ने कहा, खेल एकजुटता के लिए है, बांटने के लिए नहीं। क्रिकेट कभी भेदभाव नहीं करता। बैट और बॉल उन्हें पकड़ने वाले की प्रतिभा को पहचानते हैं, नस्ल, रंग, धर्म या राष्ट्रीयता नहीं। जो इसे नहीं समझते हैं, उनके लिए खेल के मैदान में कोई जगह नहीं है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की थी।
विराट कोहली बोले- नस्लीय टिप्पणी स्वीकार नहीं
विराट कोहली ने ट्वीट कर कहा था, "नस्लीय टिप्पणी बिलकुल अस्वीकार्य है। बाउंड्री लाइन पर ऐसे कई अनुभवों से गुजरने के बाद, मैं कह सकता हूं कि ये बर्दाश्त के बाहर है। मैदान पर ऐसा देखना काफी दुख पहुंचाने वाला है।" कोहली ने कहा, इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, जिससे चीज़ें सही हो सकें। वहीं ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर दर्शकों की तरफ से नस्लवादी दुर्व्यवहार कोई नई बात नहीं है। भारतीय खिलाड़ियों ने पहले भी सिडनी में नस्लवाद का सामना किया है और इससे सख्ती से निपटे जाने की जरूरत है।
जय शाह बोले- क्रिकेट और समाज में जातिवाद का कोई स्थान नहीं
इस मसले पर BCCI सचिव जय शाह की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट और समाज में जातिवाद का कोई स्थान नहीं है। मैंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) से बात की है। CA ने कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की है। BCCI और CA एक साथ खड़ा है। भेदभाव को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं सीए के इंटिग्रिटी एवं सुरक्षा प्रमुख सीन केरोल ने कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हर तरह के भेदभावपूर्ण व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा, सीरीज का मेजबान होने के नाते हम भारतीय क्रिकेट टीम में अपने मित्रों से माफी मांगते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शुरू की जांच
गौरतलब है कि मोहम्मद सिराज की शिकायत के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। आईसीसी मैच रेफरी डेविड बून इसकी पूरी रिपोर्ट पेश करेंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भी इस मामले में बयान जारी कर कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद सिडनी क्रिकेट मैदान में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान नस्लवाद की घटनाओं की कड़ी निंदा करता है और इसकी जांच में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सभी आवश्यक समर्थन देने की पेशकश करता है।’
क्या है पूरा मामला?
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच के चौथे दिन एक बार फिर नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने मोहम्मद सिराज को "Brown Dog" कहा था। ये घटना उस वक्त हुई जब सिराज बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे। उस दौरान कुछ दर्शकों ने उनसे बदतमीजी की।
इसके बाद सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे और बाकी प्लेयर्स के साथ मिलकर फील्ड अंपायर पॉल राफेल से इसकी शिकायत की। अंपायर ने मैच रेफरी और टीवी अंपायर से बातचीत कर पुलिस को बुलाया। इस दौरान कुछ मिनट के लिए खेल को रोक भी दिया गया था। पुलिस ने 6 दर्शकों को स्टेडियम से बाहर किया। इसके बाद मैच को दोबारा चालू किया जा सका।
Created On :   10 Jan 2021 11:46 PM IST