अश्विन ने नस्लवाद पर की बात, रहाणे ने एससीजी में सिराज के साथ हुए दुर्व्यवहार को किया याद

Ashwin talks about racism, Rahane remembers Sirajs misbehavior at SCG
अश्विन ने नस्लवाद पर की बात, रहाणे ने एससीजी में सिराज के साथ हुए दुर्व्यवहार को किया याद
ऐतहासिक मोमेंट अश्विन ने नस्लवाद पर की बात, रहाणे ने एससीजी में सिराज के साथ हुए दुर्व्यवहार को किया याद
हाईलाइट
  • अश्विन ने कुछ ऐसी बातें भी बताई
  • जिनसे वर्तमान परिस्थितियों में सुधार हो सकता है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रीमियर भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने नस्लवाद पर अधिक बातचीत करने के विचार का समर्थन किया है चाहे वह खेल के क्षेत्र में हो या किसी भी क्षेत्र में। वह यह भी महसूस करते हैं कि इस बारे में अच्छी बातचीत से जागरूकता पैदा की जा सकती है।

क्रिकेट को जेनटलमैन का गेम कहा जाता है, लेकिन अतीत में ऐसे कई उदाहरण मिले हैं, जिसने नस्लवाद जैसे मुद्दों ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया, यहां तक की खेल को बदनाम कर दिया है। कई लोगों को उनके अपराधों के लिए दंडित भी किया गया है।

अश्विन ने कहा, मुझे लगता है कि हम सभी को नस्लवाद के मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए, चाहे वह क्रिकेट हो या कोई अन्य खेल। मुझे नहीं लगता कि इसका किसी विशेष देश के लोगों के एक विशेष वर्ग से कोई लेना-देना है।

अश्विन ने कुछ ऐसी बातें भी बताई, जिनसे वर्तमान परिस्थितियों में सुधार हो सकता है।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इसका एकमात्र समाधान बेहतर बातचीत और जागरूकता है, बस इसके बारे में मंच पर या इस तरह के किसी कार्यक्रम में बात करने की जरूरत है।

विशेष रूप से, भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को उनके 2021-22 ऑस्ट्रेलिया दौरे में उस प्रसिद्ध सिडनी टेस्ट के दौरान दर्शकों द्वारा नस्लीय दुर्व्यवहार किया गया था। अनुभवी स्पिनर को लगता है कि सिराज ने लोगों को इस बात से अवगत कराने का साहस दिखाया कि क्या हो रहा है।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह एक निश्चित देश या निश्चित लोगों के साथ होने वाली बात नहीं है। हां, यह एक निश्चित मैदान (एससीजी) और उस स्थान (ऑस्ट्रेलिया) में बहुत अधिक हुआ है। लेकिन, यह उसके (सिराज) के लिए साहसी कदम था कि उन्होंने इस बारे में आवाज उठाई, ताकि कम से कम इस बारे में लोगों का एक बड़ा वर्ग जाने और शायद उस मैदान में ऐसे लोगों के बगल में बैठे लोग अगली बार अच्छा व्यवहार करें।

उन्होंने कहा, तो यह (नस्लवाद) एक ऐसी चीज है जिसकी निंदा करनी चाहिए, लेकिन मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि हर जगह लोग अलग-अलग आधार पर लोगों को अलग-अलग कर रहे हैं, जो निश्चित रूप से उचित नहीं है।

इस बीच, उस समय विराट कोहली की गैरमौजूदगी में भारत के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी सिराज के साथ हुई घटना और अंपायरों के साथ उनकी बातचीत को याद किया ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

उस नए साल के दिन के टेस्ट में तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद, भारतीय खिलाड़ियों ने मैच अधिकारियों से उनके साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में बात की और जब यह अगली सुबह खेल शुरू हुआ, तो उन्होंने अंपायरों को सतर्क कर दिया।

रहाणे ने खुलासा किया कि अंपायरों (पॉल रीफेल और पॉल विल्सन) ने खिलाड़ियों को ड्रेसिंग रूम में वापस जाने के लिए कहा था, अगर वे खेलना नहीं चाहते थे, तो लेकिन भारत ने टेस्ट मैच जारी रखने का निर्णय लिया।

मैच दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था और खेल जारी रहने से पहले लोगों के एक समूह को स्टैंड से बाहर कर दिया गया था।

रहाणे ने कहा, हमारे साथ गलत व्यवहार करने वाले लोगों को मैदान से बाहर कर दिया गया था, जब सिराज मेरे पास आकर उनकी शिकायत की, तो (चौथे दिन, एक दिन पहले गाली देने के बाद), मैंने अंपायरों से कहा कि (उन्हें) कार्रवाई करने की जरूरत है और तब तक हम नहीं खेलेंगे।

उन्होंने कहा, अंपायरों ने कहा कि आप मैच को रोक नहीं सकते हैं और आप चाहें तो बाहर जा सकते हैं। हमने कहा कि हम यहां खेलने के लिए हैं और ड्रेसिंग रूम में जाने के लिए नहीं और आप गलत व्यवहार करने वाले लोगों को बाहर करें। उस समय सिडनी में जो भी हुआ वह पूरी तरह से गलत था।

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Created On :   2 Jun 2022 7:01 PM IST

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