बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली शर्मनाक हार के बाद भारतीय बल्लेबाज और कोचिंग स्टाफ पर फूटा पूर्व क्रिकेटरों का गुस्सा, कही ये बात
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की शर्मनाक हार
- पूर्व क्रिकेटरों ने खिलाड़ियों के साथ कोचिंग स्टाफ की भी आलोचना की
- सीनियर क्रिकेटरों के घरेलू टूर्नामेंट्स खेलने की वकालत की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में टीम इंडिया को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना भी टूट गया। अपने इस खराब प्रदर्शन को लेकर टीम इंडिया और उसका कोचिंग स्टाफ पूर्व भारतीय क्रिकेटरों के निशाने पर है।
भारत के लीजेंड स्पिनर हरभजन सिंह ने सीरीज के सिडनी में खेले गए आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग-11 पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन खिलाड़ियों के कद को देखकर नहीं किया जाना चाहिए। सिलेक्टर्स को तय करना चाहिए कि सीनियर खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लें। इसके साथ ही उन्होंने टीम के सीनियर खिलाड़ियो के घरेलू क्रिकेट खेलने की वकालत भी की।
दो स्पिनर खिलाना समझ से परे
हरभजन सिंह ने प्लेइंग इलेवन में दो स्पिनरों को शामिल किए जाने का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि बुमराह पीठ की इंजरी की वजह से खेल नहीं सके। ऐसे में 162 रन के मामूली लक्ष्य के बचाव करने की जिम्मेदारी प्रसिद्ध कृष्णा और सिराज पर आ गई थी। प्रसिद्ध इस सीरीज में पहला मैच खेल रहे थे। सिडनी की पिच पर दो स्पिनरों को खिलाने का कोई सेंस नहीं था।
उन्होंने कहा कि रवींद्र जडेजा ने मैच में सिर्फ तीन ओवर फेंके, जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने दूसरी पारी के अंत में केवल एक ओवर फेंका। यदि टीम में एक सीमर और होता तो शायद परिणाम दूसरा होता।
इसके साथ ही हरभजन ने रोहित और कोहली की सीरीज में रन न बना पाने को लेकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि जिस समय टीम को रन की जरुरत थी, उस समय इन दोनों सीनियर प्लेयरों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया।
कोचिंग स्टाफ पर बरसे गावस्कर
वहीं भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भारतीय कोचों पर निशाना साधा। उन्होंने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा, 'आपका कोचिंग स्टाफ क्या कर रहा था? आपके बॉलिंग कोच, बैटिंग कोच...बैटिंग कोच को देखिए, ये जब न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह से ऑलआउट हो गए थे 46 रन पर। उसके बाद में बाकी के मैचों में भी जिस तरह से हम लोग हार गए, जिस तरह से हमारी बैटिंग में कोई दम नहीं था। यहां पर भी बैटिंग में कोई दम नहीं था। तो सवाल पूछने चाहिए कि भाई आप लोगों ने क्या किया? इंप्रूवमेंट में क्यों नहीं दिखाई दे रही है?'
उन्होंने आगे कहा, 'इतनी अच्छी गेंदें थीं कि हमारे बल्लेबाज सामना नहीं कर पाए. वो कारण ठीक है, अच्छा गेंदबाज, अच्छी गेंद हो तो कोई दिक्कत नहीं है। महान से महान खिलाड़ी को दिक्कत होती है, जब अच्छी गेंद आती है। लेकिन जब वैसा नहीं हो रहा है तो आप मुझे बताइए कि आपने क्या किया है? आगे पूछेंगे कि इनको खिलाना चाहिए, उनको खिलाना चाहिए, मैं तो पूछता हूं कि हमें यह भी पूछना चाहिए कि क्या ये कोचिंग स्टाफ को हमे आगे जाकर रखना चाहिए?'
Created On :   7 Jan 2025 1:30 AM IST