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सिवनी: सावन की शुरुआत के साथ ही जिले में बिगड़े हालात, सिवनी, छपारा, पलारी में लोगों के घरों में घुसा पानी, खोले गए भीमगढ़ के पांच गेट
- सावन की शुरुआत के साथ ही जिले में बिगड़े हालात
- बिजली गिरने से महिला की मौत
- सिवनी, छपारा, पलारी में लोगों के घरों में घुसा पानी
डिजिटल डेस्क, सिवनी। अभी तीन-चार दिन पहले तक किसान पानी की कमी के कारण परेशान था लेकिन बारिश का ताजा दौर लोगों के लिए खासी परेशानी का सबब लेकर आया है। सोमवार को बिजली गिरने से जहां एक महिला की मौत हो गई वहीं नाले में एक शख्स बह गया। आलम यह है कि रविवार-सोमवार की रात को कई स्थानों पर लोगों के घरों में पानी घुस गया। सिवनी के विवेकानंद वार्ड, पलारी के मैरा और छपारा की दो कॉलोनियों के निवासियों को खासी परेशानी हुई है। इस बीच लगातार बारिश के कारण बढ़ते जल प्रवाह के मद्देनजर वैनगंगा में बने संजय सरोवर के पांच गेट सोमवार दोपहर से खोले गए हैं। जिससे निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। इस मामले में भी संबंधित विभाग की लापरवाही सामने आई है। वहीं बारिश का खामियाजा किसानों को भी भुगतना पड़ रहा है। अरी थाना क्षेत्र में एक महिला की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। बरघाट क्षेत्र में धारना सहित अन्य इलाकों में किसानों की धान की फसल बाढ़-बारिश के पानी की भेंट चढ़ गई। इस बीच मौसम विभाग ने आगामी दिनों मेेें और अधिक बारिश का क्रम जारी रहने की संभावना जताई है।
बिजली गिरने से एक की मौत
सोमवार की दोपहर बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। महिला खेत में रोपे लगा रही थी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तिजिया उर्फ रेखा पंचेश्वर (२७) निवासी बडग़ांव थाना अरी खेत में धान का रोपा लगा रही थी उसी समय आसमानी बिजली उस पर गिरी जिससे वह अचेत हो गई। जिसे लेकर परिजन फौरन जिला अस्पताल आए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
नाले में बह गया बाइक सवार
सोमवार शाम को बारिश के चलते उफनाए नाले के कारण एक शख्स बाइक समेत बह गया। जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बरघाट थाना क्षेत्र के धारना से पोनार मार्ग में नाले में लालपुर निवासी मदन तुरकर (३५) तेज बहाव के कारण बह गया। मदन धारना से लालपुर बाइक से जा रहा था। लोगों ने उसे नाला पार करने से मना भी किया लेकिन वह नहीं माना और नियंत्रण खो देने के कारण बाइक समेत बह गया। जिसकी तलाश की जा रही है।
सिवनी के कई इलाके बेहाल
जिला मुख्यालय में भी बारिश का क्रम सुबह से ही जारी था। सावन क ा पहला दिन लोगों के लिए परेशानी का संदेश लेकर आए। शहर के विवेकानंद वार्ड में कई घरों में पानी भर गया। जिसके कारण लोग बेहाल होते रहे। लोगों के घरों का सामान पानी में तैर रहा था। स्थानीय संतोष सेन, अशोक साहू, सुभाष गुप्ता, भोला बरमैया आदि ने बताया कि पूरे कमरों में पानी भरा हुआ था। जिससे लोग हलाकान होते रहे। लोग पानी उलीचते रहे। किसी तरह अपने घरों का सामान बचाने का प्रयास करते रहे। बावजूद इसके नगरपालिका का अमला लोगों की मदद के लिए नहीं पहुंचा। दैनिक भास्कर द्वारा सूचना दिए जाने पर सीएमओ रामकुमार कुर्वेती ने मौके पर अमले को भेजने की बात कही। मुख्यालय से लगे डोरली छतरपुर के जनता नगर क्षेत्र में भी कई घरों में पानी भर गया। जिससे ग्रामीण परेशान हुए।
पलारी में निकाले गए कई परिवार
रविवार की रात को केवलारी के पलारी क्षेत्र में स्थित शांति नगर गिट्टी खदान मैरा में लोगों के घरों में पानी घुस गया। जिसके बाद स्थानीय निकाय सक्रिय हो गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरपंच, उपसरपंच, पंचों आदि ने लोगों को घरों से बाहर निकालकर स्थानीय सामुदायिक भवन और मंदिरों आदि मेें शरण दी। लगभग १५-२० परिवारों को सुरक्षित निकाला। रामप्रसाद कुमरे, करिया डहेरिया, पूनम विश्वकर्मा आदि ने बताया कि रात में सागर नदी का पानी चढऩे से पानी उनके घरों में घुसने लगा था। जिसकी सूचना देने पर पंचायत पदाधिकारियों ने मदद की। सोमवार को भी पानी बरसने का क्रम जारी रहने के कारण लोगों को आश्रय स्थानों में ही रखा गया था। मौके पर तहसीलदार सतीश चौधरी , नायब तहसीलदार दामोदर प्रसाद दुबे आदि भी मौके पर पहुंचे हुए थे। खैरा पंचायत में कुम्हारी मोहल्ला में भी कई घरों में पानी भर गया।
छपारा में भी हाल बदहाल
हर साल छपारा नगर परिषद के महाराणा प्रताप वार्ड के महाराणा कॉलोनी और हाईवे कॉलोनी में मानसून की बारिश आफत बनकर आती है। रविवार की रात महाराणा प्रताप और हाईवे कॉलोनी के दर्जनंों मकानों में पानी घुस गया। जिसे खाली करने लोग रात भर सो नहीं पाए। घर में दैनिक उपयोग की सामग्री, खाने-पीने का सामान सब कुछ बर्बाद हो गया। ये हालात महाराणा प्रताप और हाईवे कॉलोनी के एक दशक से अधिक समय से बने हुए हैं लेकिन इस समस्या से निजात पाने के लिए नगर परिषद ने अब तक कोई ठोस उपाय नहीं ढूंढा है। फोर लाइन सडक़ बनने के बाद जंगल और नालों के पानी को खेतों के तरफ डायवर्ट कर दिया गया और वह अब रिहायशी इलाकों में खेतों से हुए जाकर घुस रहा है। इसे लेकर एक सप्ताह पहले जागरूक नागरिकों ने कलेक्टर संस्कृति जैन को भी अवगत कराया था। जिसके बाद उन्होंने इसका जायजा लिया था। नगर परिषद की अध्यक्ष निशा पटेल और पार्षद विशाल सिंह ठाकुर, धर्मेंद्र जैन आदि भी पहुंचे। आलम यह था कि वार्ड में रहने वाली पार्षद प्रीति सिंह के घर में भी पानी घुस गया।
खेत बने तालाब, फसलें हुईं तबाह
रविवार-सोमवार की बारिश जिले के कई किसानों के लिए आफत का संदेशा लेकर आई है। नंदौरा, धारना, घीसी, केकड़ई, गांगपुर, पोनार सहित दर्जनों गांवों के किसानों की फसल पानी में समा गई है। जिसके कारण व्यापक नुकसान की आशंका है। खासकर वैनगंगा के किनारे बसे ग्रामीण इलाकों के किसानों के खेतों में पानी भरा हुआ है। खेत किसी तालाब की तरह नजर आ रहे हैं।
सीजन में पहली बार खुले भीमगढ़ के गेट
इस सीजन में पहली बार छपारा के भीमगढ़ में स्थित संजय सरोवर बांध के गेट खोले गए। प्रशासन ने जानकारी दी कि भीमगढ़ का जल स्तर ५१८.६० हो जाने और लगातार पानी की आवक होने के कारण अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए सोमवार दोपहर 12 बजे बांध के गेट नंबर तीन, चार, पांच, छह और सात को खोला गया। जिनसे ३५ हजार घन फीट प्रति सेकेंड पानी निकाला जा रहा है। जुलाई माह में बांध के पानी का स्तर ५१७ मीटर होते ही पानी छोड़े जाने की संभावना बन जाती है। प्रशासन ने पानी बढ़ जाने देने का इंतजार किया। जिसके कारण अब निचले इलाकों छपारा और केवलारी विकासखंड के कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जरूरी है कि समय रहते पानी की निकासी की जाए।
नदी-नाले उफनाए
पिछले दो-तीन दिनों से जारी बारिश का असर नदियों और नालों पर पड़ा है। वैनगंगा नदी अपने उद्गम से ही उफान पर है। मुंडारा से लेकर गोपालगंज, लखनवाड़ा क्षेत्र तक बारिश के कारण नदी का पानी आसपास के खेतों में समा गया है। उगली क्षेत्र की बात करें तो उगली-कंजई के बीच पडऩे वाले इमलीटोला में हिर्री नदी की पुलिया ओवरफ्लो हो गई। जिसके कारण सोमवार कई घंटों तक यातायात पर असर पड़ा।
भोमा में सामने आई बड़ी लापरवाही
सोमवार को जहां बारिश का तेज क्रम जारी था वहीं भोमा के कन्या शाला में स्कूल प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई। शाम को स्कूल प्रबंधन ने भारी बारिश के बीच स्कूल की छुट्टी दे दी और ताला लगाकर चले गए। लगभग चार सैकड़ा छात्राएं परेशान होती रहीं। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें सूचना नहीं दी गई।
दिन में बरसा १०५.६ मिमी पानी
सावन के पहले दिन जिला मुख्यालय में लगातार तेज बारिश का क्रम जारी रहा। सुबह से लेकर शाम तक १०५.६ मिमी बारिश रिकार्ड की गई। पिछले २४ घंटों की बात करें तो जिले के कुरई में २८ मिमी, बरघाट में ४४.२ मिमी, केवलारी में ४६ मिमी, छपारा में ८०.५ मिमी, लखनादौन में ९८.५ मिमी, धनौरा में ६१ मिमी और घंसौर में ४३ मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
भोमा क्षेत्र भी हुआ तरबतर
जिले के भोमा क्षेत्र में सोमवार को पानी के कारण लोगों की परेशानी का सामना करना पड़ा। क्षेत्र के कन्हान में लोगों के घरों में पानी भर गया। इसी प्रकार भोमा टोला और पिंडरई के बीच के नाले में पानी सडक़ के ऊपर बहता रहा। भोमा से कलारबांकी मार्ग के बीच में यह नाला पड़ता है।
Created On :   23 July 2024 9:50 AM IST