पन्ना: तेंदुए की मौत के मामले में पकडे गए तीन शिकारी, पवई परिक्षेत्र के पिपरियादौन में शिकारियों द्वारा लगाए गए वायर के फंदे से हुई थी मौत

तेंदुए की मौत के मामले में पकडे गए तीन शिकारी, पवई परिक्षेत्र के पिपरियादौन में शिकारियों द्वारा लगाए गए वायर के फंदे से हुई थी मौत
  • तेंदुए की मौत के मामले में पकडे गए तीन शिकारी
  • पवई परिक्षेत्र के पिपरियादौन में शिकारियों द्वारा लगाए गए वायर के फंदे से हुई थी मौत

डिजिटल डेस्क, पन्ना। विगत दिवस पन्ना जिले के दक्षिण वनमण्डल के परिक्षेत्र पवई अंतर्गत पिपरियादौन बीट में अज्ञात शिकारियों द्वारा लगाए गए वायर फंदे के फंसे तेंदुए की मौत हो गई थी। तेंदुए की मौत की घटना के बाद वन विभाग द्वारा अज्ञात के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करते हुए शिकार के मामले एवं खुलासे व आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में टीम गठित हुई थी जिस वन विभाग की टीम को सफलता प्राप्त हुई है। जानकारी के अनुसार घटना के बाद वन विभाग की टीम मामले की जांच कार्यवाही में लगी हुई थी उसी दौरान स्थानीय ग्रामीण से एक संदिग्ध आरोपी के संबंध में यह जानकारी सामने आई कि वह वायर लिए घूम रहा था जिसे ग्रामीण द्वारा मना भी किया गया था जिसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्ति कोहिरासत में लेकर पँूछताछ की गई तो उसके द्वारा शिकार के लिए फंदा लगाए जाने की बात को स्वीकार किया गया तथा शामिल अपने दो अन्य साथियों की जानकारी दी गई।

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जिस पर वन विभाग की टीम द्वारा दो अन्य संदिग्ध व्यक्तियों को भी हिरासत में पँूछताछ की गई पकडे गए तीनों शिकारियों आरोपी कमलेश चौधरी पिता मिजाजीलाल चौधरी उम्र २८ वर्ष निवासी पिपरियादौन, गोविन्द सिंह पिता बच्चू सिंह उम्र ५५ वर्ष निवासी देवरी तथा जाहर सिंह पिता तिलक सिंह उम्र २७ वर्ष निवासी ग्राम पिपरियादौन से की गई पँूछताछ के शिकार के मामले का पर्दाफाश हुआ। जिस पर वन विभाग द्वारा तीनो आरोपियों को भारतीय वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम १९७२ की धारा २, ९, ३९, ५१ के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया तथा तीनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय के समक्ष आज पेश किया गया जहां से न्यायालय के आदेश पर पकडे गए आरोपियों को जेल भेजे जाने की कार्यवाही की गई। वनमण्डलाधिकारी दक्षिण पन्ना पुनीत सोनकर के निर्देशन एवं उपवनमण्डलाधिकारी डॉ.कल्पना तिवारी के मार्गदर्शन में हुई इस कार्यवाही में वनपरिक्षेत्राधिकारी नीतेश पटेल, सर्वजीत दुबे वनपाल, पुष्पेन्द्र सिंह तथा अन्य स्टॉफ की सहरानीय भूमिका रही। वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि तेंदुए की शिकार की घटना में एक अन्य संदिग्ध व्यक्ति का नाम भी सामने आया है जिसकी तलाश की जा रही है।

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फंदे में फंसने के बाद ०६ घंटे तक जिदंगी के लिए तडपता रहा तेंदुआ

दिनांक २७ मार्च २०२४ की सुबह ग्राम पिपरियादौन से आधा किलोमीटर दूर वन क्षेत्र में शिकारियों द्वारा लगाए गए फंदे में लगभग ५-६ वर्ष आयु का नर तेंदुआ फंसा हुआ ग्रामीणों द्वारा देखा गया था। जिसके बाद ग्रामीणो की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहँुची थी आला अधिकारी भी मौके पर पहँुच गए और पन्ना टाईगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम बुलाई गई। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वायर के फंदे में फंसा तेंदुआ लगभग ६ घंटे तक जीवन मौत के बीच तड़प-तड़पकर संघर्ष करता रहा और जब रेस्क्यू टीम द्वारा तेदुए के रेस्क्यू किए जाने की कार्यवाही प्रारंभ की उसी दौरान तेंदुए ने दम तोड दिया गया।

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Created On :   31 March 2024 4:34 PM IST

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