- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकाओं के...
माध्यमिक शिक्षा ही सही तरीके से पूरी नहीं हो पा रही: सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकाओं के लिए नहीं जिले में छात्रावास

- माध्यमिक शिक्षा ही सही तरीके से पूरी नहीं हो पा रही
- सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकाओं के लिए नहीं जिले में छात्रावास
डिजिटल डेस्क, पन्ना। विशेष आवश्यकता वाले सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बच्चों को बेहर शिक्षा और संसाधन मिले यह जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होती है किन्तु पन्ना जिले में सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकाओं को शिक्षा के उचित अवसर प्राप्त हो इसके लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की है जिसके चलते सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग श्रेणी की जिसमें दृष्टिबाधित, मूकबधिर श्रवण बाधित, तथा मानसिक रूप से कमजोर दिव्यांग बच्चे शामिल है। उनकी माध्यमिक शिक्षा ही सही तरीके से पूरी नहीं हो पा रही है। इसका कारण यह है कि पन्ना जिले में सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग श्रेणी की बालिकाओं के लिए न तो पृथक से कोई विद्यालय खुला है और न ही सीडब्ल्यूएसएन बालिकाओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था की गई है जिसके चलते सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकायें विद्यालयों में दाखिले तक ही सीमित है।
यह भी पढ़े -अधूरे पड़े कांग्रेस भवन का आज से शुरू होगा निर्माण कार्य
पन्ना जिले में सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालिकाओं के लिए सर्वे शिक्षा अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत सीडब्ल्यूएसएन छात्रावास खोले जाने को लेकर लंबे समय मांग की जा रही है इसको लेकर समय-समय पर जिले के जनप्रतिनिधगणो, मंत्री रहे जनप्रतिनिधियों द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में घोषणा भी की गई है परंतु जनप्रतिनिधि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा मिले और वह ज्ञान की ज्योति से आत्म निर्भर बनें इसके लिए उन्हेें जो बुनियादी सुविधायें और व्यवस्थायेंं दिए जाने को लेकर कार्यवाही की जानी चाहिए वह नहीं हो रही है। सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग बालक कक्षा ०१ से ०८ तक की शिक्षण व्यवस्था को लेकर पुराना पन्ना में सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग छात्रावास खुला हुआ है जिसमें ५० बच्चो के आवास, भोजन व्यवस्था के साथ छात्रावास एवं विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा उन्हें मार्गदर्शन देकर शिक्षा के लिए मदद की जाती है। लोगों का कहना है कि सीडब्ल्यूएसएन दिव्यांग छात्रावास जो वर्तमान में ५० सीटर है उसकी क्षमता को बढ़ाते हुए बालको के लिए १०० सीटर छात्रावास स्थापित किया जाये।
यह भी पढ़े -बीएलओ के कार्यों की समीक्षा कर सत्यापन कार्य पूर्ण कराने के निर्देश, जिले में वर्तमान में दर्ज हैं 7 लाख 72 हजार 950 मतदाता
Created On :   5 Sept 2024 11:25 AM IST