Panna News: पानी के लिए खेतों के कुओं और बोरों पर निर्भर बडैरा के ग्रामीण, तीन साल से बोरे से पानी की सप्लाई व्यवस्था बंद

पानी के लिए खेतों के कुओं और बोरों पर निर्भर बडैरा के ग्रामीण, तीन साल से बोरे से पानी की सप्लाई व्यवस्था बंद
  • पानी के लिए खेतों के कुओं और बोरों पर निर्भर बडैरा के ग्रामीण
  • तीन साल से बोरे से पानी की सप्लाई व्यवस्था बंद
  • ग्रामीण पानी के लिए परेशान

Panna News: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की व्यवस्था की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी विभाग के साथ ही ग्राम पंंचायत को सांैपी गई है परंतु ज्यादातर ग्राम पंचायतों के अंतर्गत गांवों की पेयजल व्यवस्था के सुचारू संचालन के मामले में विफल साबित हो रही है और जिन गांवों में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से पाइप लाइन के जरिये गांव के लोगों को पानी की व्यवस्था पूर्व में की गई थी उनमें अधिकांश गांव की सप्लाई व्यवस्था ठप्प पड हुई है या तो पूरी तरह से बंद होकर खराब हो चुकी है। इसी तरह की स्थिति पन्ना विकासखण्ड के अंतर्गत बृजपुर क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत धरमपुर अंतर्गत आने वाले ग्राम बडैरा की है गांव में रहने वाले करीब १५०-२०० परिवारों को पाइप लाइन के जरिये पानी आपूर्ति किए जाने की व्यवस्था नल जल योजना अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यंात्रिकी विभाग द्वारा पांच साल पहले तैयार की गई थी जिसके तहत पीएचई विभाग द्वारा गांव स्थित नाले के किनारे बोर कराते हुए गांव तक पानी के सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई गई थी जिसके माध्यम से गांव के लोगों को करीब दो साल तक पेयजल की आपूर्ति की गई और इसके बाद मोटर खराब होने और बोर से सही पानी नहीं निकलने के चलते पेय जल सप्लाई व्यवस्था बंद हो गई और पिछले तीन साल से लाखों रूपए की नलजल योजना खराब होकर बंद पडी हुई है।

नल जल योजना के बंद होने से गांव के ग्रामीणों को पीने के पानी के साथ ही निस्तार के लिए पानी की व्यवस्था का सामना करना पड रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव में मात्र एक हैण्डपम्प है जो थोडा बहुत चल रहा है जिसके चलते लोगो को पानी की व्यवस्था के लिए एक-दो कृषकों द्वारा अपने खेतों की सिंचाई के लिए किए गए बोरों तक जाकर पानी लाना पडता है यह सब जब संबंधित कृषक अपने बोर चालू कर देते है ऐसा नहीं होने पर लोगों को कुछ कृषक के निजी कुओं तक पहुंचकर पानी की व्यवस्था करनी पड रही है। गांव इस समय गर्मी के समय पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है और स्थिति यह है कि गांव की महिलायें बच्चियां सुबह लेकर दोपहर तक गांव के बाहर स्थित खेतों तक पहुंचकर कुएं अथवा निजी कृषको के बोर से हर दिन पानी लाने के लिए पसीना बहना पड रहा है और गांंव की गरीब जनता इसके चलते परेशान है। गांव के ग्रामीणो द्वारा अपने गांव में पानी की समस्या की जानकारी ग्राम पंचायत के साथ संबंधित पीएचई विभाग तक भी पहुंचाई गई है परंतु तीन साल से बंद पडी नल जल व्यवस्था को चालू किए जाने को लेकर न तो गंभीरता संबंधितो द्वारा दिखाई दी गई है और न ही गांव की पानी की समस्या को हल करने के लिए उपाय किए जा रहे है।

Created On :   29 April 2025 6:44 PM IST

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