Panna News: पन्ना के ऐतिहासिक मकबरे अनदेखी के शिकार, पर्यटन की अपार संभावनाएं

पन्ना के ऐतिहासिक मकबरे अनदेखी के शिकार, पर्यटन की अपार संभावनाएं
  • पन्ना के ऐतिहासिक मकबरे अनदेखी के शिकार
  • पर्यटन की अपार संभावनाएं

Panna News: बुंदेलखंड की गोद में बसा पन्ना शहर अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। बावजूद इसके शहर में आज भी सैकडों वर्ष पुराने मकबरे उपेक्षा का शिकार होकर अपने अस्तित्व को खोते नजर आ रहे हैं। यदि पुरातात्विक महत्व को समझते हुए इनका समय रहते रखरखाव नहीं किया गया तो यह ऐतिहासिक धरोहरें जर्जर होकर समाप्त हो जाएंगी। नवीन कलेक्ट्रेट परिसर और बाईपास रोड सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर यह ऐतिहासिक मकबरे सदियों पुरानी कहानियों को अपने भीतर समेटे हुए हैं। इनकी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व अतीत की गौरवगाथा का बखान करते हैं। हालांकि उचित देखभाल के अभाव में इन स्मारकों की दीवारें दरकने लगी हैं नक्काशी मिटने लगी है और आसपास गंदगी का अंबार लगा रहता है। स्थानीय नागरिकों और इतिहास के जानकारों का मानना है कि इन मकबरों में पर्यटन की अपार संभावनाएं छिपी हुई हैं। यदि इनका जीर्णोद्धार कराकर इन्हें पर्यटन योजना में शामिल किया जाए तो यह बाहर से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। इससे न केवल शहर की ऐतिहासिक पहचान सुरक्षित रहेगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

यह अत्यंत आवश्यक है कि जिला प्रशासन और पुरातत्व विभाग इस गंभीर समस्या पर ध्यान दें। इन ऐतिहासिक मकबरों का सर्वेक्षण कराकर इनके रखरखाव और जीर्णोद्धार के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जानी चाहिए। इस योजना में उचित वित्तीय प्रावधान के साथ-साथ संरक्षण के आधुनिक तरीकों को भी शामिल किया जाना चाहिए। पन्ना की ऐतिहासिक धरोहरों को बचाना न केवल हमारी सांस्कृतिक जिम्मेदारी है बल्कि यह शहर के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण निवेश साबित हो सकता है। समय रहते इन मकबरों का कायाकल्प कर हम अपनी आने वाली पीढियों को अपनी समृद्ध विरासत से परिचित करा सकते हैं और पन्ना को पर्यटन के मानचित्र पर एक विशिष्ट स्थान दिला सकते हैं।

Created On :   27 April 2025 12:29 PM IST

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